आतंकवाद खत्म करने का आगाज-Pulwama

आतंकवाद खत्म करने का आगाज


भारतीय वायु सेना ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आंतकी हमले में शहीद हुए 40 जवानों का बदला पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविरों को तबाह कर ले लिया। महज 20 मिनट में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर भारतीय सेना ने दिखा दिया कि देश की तरफ बुरी नजर रखने वाले दुश्मनों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारतीय सेना ने यह भी दिखा दिया कि अगर सेना को कुछ छूट दे दी जाए तो वह जैश-ए-आतंकवादी संगठन का खात्मा कर सकती है। पुलवामा में आतंकी हमले के बाद देश की जनता में आक्रोश का माहौल है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार को इस कार्रवाई के खिलाफ फैसला लेने में काफी आसानी हुई। वहीं केंद्र सरकार ने सेना को इस कार्रवाई के लिए मंजूरी देकर शहीद हुए जवानों का मान रखा और यह संदेश दिया कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए थे। वहीं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत में शांति वार्ता के लिए एक और मौका देने का आग्रह किया था, लेकिन भारत ने वायुसेना की कार्रवाई से पाकिस्तान को जवाब दे दिया है। यह भी संदेश दिया गया है कि आतंकवाद के पनाहगारों के साथ भारत किसी तरह का कोई वार्ता नहीं करेगी।

 

युद्ध नहीं आतंकवाद का हो खात्मा

पुलवामा में आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी संगठनों के ठिकाने पर बम बरसाए। भारत के इस कदम से पाकिस्तान भी कार्रवाई करने की चेतावनी दे चुका है। हालांकि भारत का वार आतंकवाद पर है लेकिन अगर पाकिस्तान अपनी सेना का इस्तेमाल करता है तो युद्ध जैसे हालात उत्पन्न हो सकते हैं। आतंकवाद को खत्म करने के लिए युद्ध कोई उपाय नहीं है। दोनों देशों को युद्ध से बचना चाहिए तथा आतंकवाद को खत्म करने की दिशा में कारगर पहल करनी चाहिए। इससे युद्ध से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है।

सौजन्यः बिज़नेस स्टैडंड