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कैथल में लोहे की फर्जी फर्म बनाकर 50 करोड़ से ज्यादा की बिक्री दिखाकर जीएसटी पर मिलने वाली छूट से 7.56 करोड़ इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया

फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम लेने के दो मामलों में चीका थाना पुलिस ने टेक्सेशन ऑफिसर शिवकुमार की शिकायत पर दो के खिलाफ केस दर्ज किया है। टेक्सेशन डिपार्टमेंट के अधिकारी शिवकुमार ने बताया कि प्रदेश में कुछ फर्जी कंपनियों की पहचान की गई है। जीएसटी अधिनियम 2017 के तहत गुहला ब्लाॅक के कालर माजरा में कंपनी रजिस्टर्ड है, जो लोहा, काॅपर स्क्रैप, तार आदि का व्यापार करती है।

कैथल में लोहे की फर्जी फर्म बनाकर 50 करोड़डिपार्टमेंट की जांच में दिए गए पते पर कंपनी नहीं मिली और कंपनी संचालक अंग्रेज सिंह का भी पता नहीं लगा। फर्जी फर्म के नाम पर सरकार के साथ 6 करोड़ 90 लाख 31,760 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई। फर्जी कंपनी ने बीते तीन महीनों में 38 करोड़ 35 लाख 9,776 रुपए का कारोबार दिखाया। कारोबार आठ व्यक्तियों के साथ दिखाया गया है। आरोप है कि सभी ने मिलकर फर्जी कागजात तैयार कर डिपार्टमेंट व सरकार के साथ धोखाधड़ी की है।

दूसरे मामले में शिवकुमार ने बताया कि गांव भागल में भूसला रोड पर कंपनी दिखाई है। जिसका संचालक बिजेन्द्रा कुमार है और कंपनी स्टील का कारोबार करती है। विभाग ने जांच की तो दिए गए पते पर कंपनी नहीं मिली। कंपनी ने खुद का लोहे व स्टील से संबंधित कारोबार दिखाते हुए तीन महीने में 5 करोड़ 62 लाख 19,019 रुपए की बिक्री दिखाई और एक करोड़ एक लाख 19,423 रुपए का फर्जी टैक्स क्रेडिट क्लेम किया। बिक्री पंजाब में कुछ फर्जी डीलरों को ही दिखाई गई। इस प्रकार आरोपियों ने धोखाधड़ी करते हुए सरकारी खजाने को नुकसान पहुँचाया ।

सौजन्य: दैनिक भास्कर