Inderjit Singh Sohal PPMA

सरकार प्लाईवुड उद्योग को सुविधाएं दे
तो पराली से बोर्ड बनाया जा सकता हैः सोहल

भारत में हर वर्ष पराली जलाने से प्रदूषण फेलता है और सरकार अभी तक इसका कोई ठोस हल नहीं निकाल सकी है। किसान पराली काटना अपनी मजबूरी समझते हैं और सरकार के पास इसका कोई विकल्प ही नहीं दिखाई दे रहा। आसमान में फैली जहर से लोग बीमार हो रहे हैं और सड़कें पर हादसे हो रहे हैं। जहरीली हवा में लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत आ जाती है। पंजाब प्लाईवुड मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन के प्रधान इन्द्रजीत सिंह सोहल ने कहा कि सरकार अगर प्लाईवुड उद्योग को सुविधाएं दे तो पराली से बोर्ड बनाया जा सकता है। पराली काटने के बाद इसका इस्तेमाल उद्योगों में कच्चे माल के रूप में हो सकता है। इससे प्रदूषण से छुटकारा मिल सकेगा और पराली से बोर्ड बनाया जा सकेगा जो के घरेलू और कंस्ट्रक्शन के इस्तेमाल में काम आ सकता है।