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बुनियादी ढांचा व कारोबारी सुगमता से ही आएगा निवेश


अभी कंपनियों से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित करने का मौका है और सरकार को अच्छे बुनियादी ढांचे और कारोबारी सुगमता के जरिए इसे समर्थन देना चाहिए।

मौजूदा परिस्थितियां हमारे देश को कंपनियों से एफडीआई आकर्षित करने का अवसर दे रही है। अगले 18 से 24 महीने में एक राष्ट्र के तौर पर हम राज्य औद्योगिक विकास निगम के स्वामित्व वाले अत्याधुनिक तकनीकी सक्षम इंडस्ट्रियल पार्क विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करें या फिर यह पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप या 100 फीसदी निजी नियोजन के जरिए हो सकता है। इसे बिजली, पानी, श्रम शक्ति और जमीन समेत उचित बुनियादी ढांचे का सहारा मिलना चाहिए, जो कारोबारी सुगमता में इजाफा करता है।

भारत के पास सामूहिक तौर पर मेक इन इंडिया पहल पर दोबारा ध्यान केंद्रित करने की क्षमता है, जो नौकरियों के सृजन, बुनियादी ढांचे के निर्माण और आपूर्ति श्रृंखला पर निर्भरता के जोखिम कम करके हो सकता है। अभी हमारे पास मौका है और हमें इसे हासिल करने की कोशिश करनी चाहिए।

अब जब केंद्र और राज्य सरकारें चीन से बाहर निकलने पर विचार कर रही कंपनियों को आकर्षित करने जा रही हैं। विभिन्न राज्य सरकारें पहले ही कोविड-19 के संकट के बीच उद्योग को सहारा देने और उन्हें आकर्षित करने के लिए कई कदमों का ऐलान पहले ही कर चुकी है।