सुधार की तरफ तेजी से बढ़े सीतारमण के कदम

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अगस्त और सितंबर में अहमदाबाद से वाराणसी और उसके बाद मैसूर से गुवाहाटी और चेन्नई तक पूरे देश की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने कारोबारियों, विशेषज्ञों उद्यमियों से मिलकर देश की नब्ज जानने की कोशिश की। सीतारमण सुधारक के रूप में सामने आई हैं, जिन्होंने अर्थव्यवस्था को वृद्धि के 6 साल के निचले स्तर से उबारने की सप्ताह दर सप्ताह लगातार कवायद की है।

अर्थव्यवस्था को गति
काॅर्पोरेट कर घटाकर 22 प्रतिशत
1.45 लाख करोड़ रुपये राजस्व नुकसान नई विनिर्माण कपंनियां भुगतान कर सकेंगी 15 प्रतिशत कर

पहली किस्त: बूस्टर डोज
एफपीआई की आमदनी पर अधिभार वापस लिया
1,4000 करोड़ रुपये नुकसान सीएसआर मानकों के उल्लंघन पर जेल के प्रावधान को वापस लिया

वाहन क्षेत्र को राहत
वाहनों के एकबारगी पंजीकरण शुल्क को जून 2020 तक टाल दिया गया
31 मार्च 2020 तक खरीदे गए सभी वाहनों पर 15 प्रतिशत के अतिरिक्त मूल्यह्रास की अनुमति

स्टार्ट अप
आयकर अधिनियम के तहत स्टार्टअप के लिए कोई एंजेल टैक्स नहीं

जीएसटी रिफंड
एमएमएमई के जीएसटी रिफंड के लंबित मामलों का समाधान एक माह के भीतर भविष्य में सभी जीएसटी रिफंड की भुगतान
आवेदन 2 माह के भीतर किया जाएगा

दूसरी किस्त: बैंक सुधार
10 सरकारी बैंकों का विलय कर 4 बैंक बनाने की घोषणा
बैंक बोर्डों को मजबूती
शीर्ष अधिकारियों के अप्रेजल व्यवस्था में सुधार
कमजोर बैंकों में 11,550 करोड़ रुपये की पूंजी डाली

तीसरी कीस्त: निर्यात को विस्तार
निर्यात और रियल एस्टेट के लिए 70,000 करोड़ रुपये का पैकेज
आवास क्षेत्र के लिए स्ट्रेस असेट फंड बना निर्यात पर किए गए कर भुगतान की वापसी की नई योजना
निर्यात के लिए बैंक से उधारी वाली कार्यशील पंूजी पर ज्यादा बीमा कवर

चैथी किस्त: कर्ज की स्थिति में सुधार
400 जिलों में लोन मेला
एमएसएमई की कोई भी दबाव वाली संपत्ति मार्च 2020 तक एनपीए घोषित नहीं की जाएगी