Harshit Gupta
- July 20, 2021
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The Importance of Architects and Interior Designers is Increased Manifold.
How covid has affected the industry?
After battling with a shortage of imported raw materials and inflated prices due to shipment troubles, now a shortage of domestic raw materials is felt, especially timber. Because the effect of the lockdown is seen on tree felling. Due to this, industry is being forced to compromise on the quality of wood. This is affecting the rate on the verge of decreasing supply. The company which earlier used to manufacture first grade goods only has also started to supply economical grade. Whether it is the laminate or the plywood industry, everyone has been forced to change the business policy. Because changing times have forced them to change their strategy too. In the situation even big brands are now making sub brands. they are forced to adopt such strategy to maintain themselves in the market. The prices of raw materials, including face veneers and chemicals etc., are increasing continuously affecting the cost.
Are manufacturers able to increase the rate?
Every factory has not been able to increase the declared rate. The rates are not increased as much as it should have. At present everyone is forced to bear the pressure as the fear of Kovid infection is still in general public. Laminate rates are also increasing. Although its market is growing. Despite the demand, margins are decreasing in this segment. Right now most of the plywood and laminate factories are running at half capacity, if the demand picks up, the production will increase. Production may increase to accommodate the increased demand. It declines the hope for correction in the prices in the present situation.
What are the prospectus of shuttering plywood?
Positivity is seen in the consumption of shuttering plywood. Its demand is increasing in Tier II and III cities. In metro cities, in high-rise buildings segment shuttering is already in demand. although the builders choose to get the goods directly from the factory. But now lot of potential is emerging in smaller cities also. Because local contractor are fascinated in using the ply in small work of shuttering, hence the demand for shuttering ply is increasing continuously.
Where do we forsee increase in consumption – commercial or domestic?
Geography is history. I think the demand for commercial space is certainly lower than before for the same number of employees. So some commercial space will be available and home is going to be the centerpiece of the world. You will find flexibility at the workplace where they can work from anywhere in the world.
What is the role of architect now?
The structure of new construction will be done keeping this particular (office) need in mind. Till now the office was maintained from home on a temporary basis, but now the need of office in homes is felt on a permanent basis. Rather, serious thinking is being done for developing office space in the old houses as well. The importance of architects and interior designers is increased manifold. Their role in utilising the available space in an elegant and economical manner will become remarkable.
आर्कीटेक्ट और इंटीरीयर डीजाइनरों का महत्व बढ़ गया है
कोविड से इंडस्ट्री को क्या समस्या आ रही है?
शिपमेंट में दिक्कतों की वजह से आयातित कच्चे माल की कमी और बढ़़ी हुई कीमतों से जुझते रहने के बाद अब घरेलु कच्चे माल खासतौर पर लकड़ी की कमी पड़ रही है। क्योंकि लाॅकडाउन का असर पेड़ कटाई पर भी पड़ा है। इस वजह से अब अच्छी इंडस्ट्री भी लकड़ी को लेकर गुणवत्ता से समझौता करने पर मजबूर हो रही हैं। सप्लाई कम हो रही है जिसका इसका असर रेट पर पड़ रहा है। जो कंपनी पहले फस्र्ट ग्रेड का ही माल बनाती थी उसने भी सेकंड ग्रेड का माल बाजार में देना शुरू कर दिया है। लेमिनेटेड इंडस्ट्री हो या प्लाईवुड इंडस्ट्री हर कोई व्यापारिक नीति बदलने पर मजबूर हो गए हैं। क्योंकि बदलते वक्त ने उन्हें भी अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर कर दिया है। बड़े ब्रांड भी अब सब ब्रांड बनाते जा रहे हैं। यानी की वह खुद को मार्केट में बनाए रखने के लिए इस तरह की रणनीति अपना रहे हैं। फेस वीनियर समेत सभी केमीकल आदि कच्चे माल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इस वजह से लागत लगातार बढ़ रही है।
फैक्ट्री संचालक क्या रेट बढ़ा पा रहे हैं?
सभी फैक्ट्री संचालक घोषित रेट नहीं बढ़ा पाये हैं। रेट जितना बढ़ना चाहिए था, उतना नहीं बढ़ा। फिलहाल सभी कोई दबाव सहने को मजबूर है। क्योंकि कोविड संक्रमण का डर अभी भी जनमानस में है।
लेमिनेट के रेट भी बढ़ रहे हैं। हालांकि इसका मार्केट बढ़ रहा है। इसके बावजुद लेमिनेट में डिमांड के बाद भी सभी का मार्जिन कम हो रहा है। अभी ज्यादातर प्लाईवुड और लैमिनेट दोनों ही फैक्टरी आधी क्षमता से चल रही है, यदि मांग बढ़ती है तो उत्पादन बढ़ जाएगा। क्योंकि तब बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए सप्लाई बढ़ सकती है। लगता है कीमतों में सुधार की आशा अभी फिलहाल नहीं है।
शटरिंग में क्या संभावनाएं हैं?
निश्चित ही प्लाईवुड में शटरिंग की संभावना पहले के मुकाबले काफी अधिक हो गयी है। टियर टू और थ्री सिटी में इसकी डिमांड बढ़ रही है। बड़े शहरों में जहां ज्यादा उंची इमारत बन रही है, वहां शटरिंग की संभावनाएं तो पहले से ही है, हालांकि वहां पर बिल्डर सीधे कंपनी से माल मंगवा लेते हैं। लेकिन छोटे शहरों में अब इसकी काफी संभावनाएं है।
क्योंकि लोकल कांट्रेक्टर में इसकी रूचि बढ़ रही है। यहां शटरिंग के छोटे-छोटे काम में शटरिंग प्लाई की रूची बढ़ने लग गई है, इसलिए शटरिंग की डिमांड लगातार बढ़ रही है।
वाणिज्यिक या घरेलु – किस वर्ग विशेष में खपत बढ़ सकती है?
कार्यालयों में अब पहले की तरह चहल-पहल नहीं रह जाएगी। मुझे लगता है कि कर्मचारियों की संख्या पहले जितनी रहने के बाद भी दफ्तरों आदि के लिए जगह की मांग निश्चित तौर पर कम होगी।
व्यावसायिक गतिविधियों के लिए दफ्तरों का आकर्षण कम रहने की उम्मीद है, क्योंकि अब लोग अपने घरों से ही ज्यादातर काम कर रहे हैं। अब कर्मचारियों के लिए कार्यालय आने की बंदिश समाप्त हो रही है और वे दुनिया के किसी कोने से भी काम कर सकते हैं।
इसमें आर्कीटेक्ट की क्या भूमिका रह सकती है?
नव निर्माणाधीन मकानों की संरचना अब इस जरूरत के मद्देनजर रख कर ही की जाएगी। अब तक अस्थायी तौर पर ही घरों से दफ्तर को व्यवस्थित किया गया, लेकिन अब स्थायी तौर पर घरों में दफ्तर की जरूरत महसूस की जा रही है।
बल्कि पुराने मकानों में भी इस बदलाव के लिए गंभीरता से काम हो रहा है। अंतः आर्कीटेक्ट और इंटीरीयर डीजाइनरों का महत्व बढ़ गया है। उपलब्ध स्थान (space) को खुबसुरती और किफायती ढंग से निर्माण करवाने में इनकी भूमिका उल्लेखनीय हो जाएगी।