Comments on Budget 2022- 2023 – Rajesh Maskara
- February 23, 2022
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Undoubtedly the need of the hour is to make India self-reliant
We have to not only compete with the world, but also have to learn what is necessary from it and adapt it according to our needs.
In this era of free trade, India’s goal should be to become a factory for the world as China has been.
The challenge of China can be met only when the quality of Indian products is reliable as compared to world class standards.
As the steps has been taken by the Government of India to make the country self-reliant, similar steps will have to be taken by the State Governments as well. In fact, in the goal of making the country self-reliant, cooperation and coordination between the Center and the states should not only be maintained, but should also be visible.
At a time when government earnings are showing a boom, there is a lack of specific measures to boost demand and provide direct relief to industries.
निःसंदेह भारत को आत्मनिभर्र बनाना समय की मांग
हमें विश्व के साथ न केवल प्रतिस्पर्धा करनी होगी, बल्कि उससे जो कुछ आवश्यक है वह सीखना भी होगा और अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप अपनाना भी होगा।
मुक्त व्यापार के इस दौर में भारत का लक्ष्य यह होना चाहिए कि वह दुनिया के लिए उसी तरह कारखाना बने जैसे चीन बना हुआ है।
चीन की चुनौती का सामना तभी किया जा सकेगा जब भारतीय उत्पादों की गुणवत्ता विश्वसनीय होने के साथ ही विश्वस्तरीय भी होगी।
देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जैसे कदम भारत सरकार उठा रही है वैसे ही कदम राज्य सरकारों को भी उठाने होंगे। वास्तव में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य में केंद्र और राज्यों के बीच सहयोग एवं समन्वय न केवल कायम होना चाहिए, बल्कि दिखना भी चाहिए।
एक ऐसे समय में जब सरकारी कमाई में तेजी दिख रही है तब मांग बढ़ाने और उद्योगों को सीधी राहत पहुंचाने के लिए विशेष उपायों का अभाव है।