Meet on Export Potential in Haryana
- November 12, 2022
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After a successful “Haryana Plywood Conclave” held in Yamunanagar on 16th may 2022. A virtual zoom meeting was held On 19th October2022 to discuss export potential. Meeting was held between the Foreign Corporation
Department (FCD), Haryana and industry representatives from the Plywood Sector based in Haryana. The following points were discussed during the meeting:
1. Exporters requested support in acquiring the technical specification of Formaldehyde-free Resin from Indian Plywood Industries Research and Training Institute (IPIRTI)
2. Exporters requested support towards enhanced incentives towards freight cost (at least 3% of the FOB value subsidy) as Haryana is a land locked states and it is difficult to compete with coastal states.
3. The industry representatives requested intervention for abolishment of Mandi Tax on plantation timber trade, such as that of Eucalyptus and Poplar.
4. Exporters requested to avail benefits for participation in international Plywood related Trade Fairs/Exhibition sat low-cost space rent charges.
5. Exporters requested support in sourcing of cheaper raw materials from African countries like Kenya, Tanzania, Uganda, Madagascar, Gabon, and exploring opportunities for establishment of filling units.
6. Support is required for information dissemination on schemes by GoI and GoH and local industrial compliances required.
7. Exporters requested information on payment mechanisms for counteracting international payment risks.
8. ECGC Schemes was outlined in the meeting, which provides;
i. A range of insurance covers to Indian exporters against the risk of non – realization of export proceeds due to commercial or political risks
ii. Different types of credit insurance covers to banks and other financial institutions to enable them to extend credit facilities to exporters and
iii. Export Factoring facility for MSME sector which is a package of financial products consisting of working capital financing, credit risk protection, maintenance of sales ledger and collection of export receivables from the buyer located in overseas country.
iv. For more information on ECGC
हरियाणा में निर्यात की संभावित क्षमता पर बैठक
16 मई 2022 में यमुनानगर में हुए – (हरियाणा प्लाइवुड कॉन्क्लेव) के सफल आयोजन के बाद 19 अक्टूबर 2022 को एक वर्चुअल ज़ूम मीटिंग आयोजित की गयी।
विदेश निगम विभाग (FCD), हरियाणा और हरियाणा में स्थित प्लाईवुड सेक्टर के उद्योग प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई। बैठक के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा की गई।
1. निर्यातकों ने भारतीय प्लाईवुड उद्योग अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान (आईपीआईआरटीआई) से फॉर्मलडिहाइड मुक्त रेज़िन के तकनीकी विनिर्देश प्राप्त करने में सहायता का अनुरोध किया।
2. निर्यातकों ने माल ढुलाई लागत (एफओबी मूल्य का कम से कम 3ः सब्सिडी) के लिए प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए समर्थन का अनुरोध किया क्योंकि हरियाणा एक सीमा बंद राज्य है और तटीय राज्यों के साथ प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल है।
3. उद्योग के प्रतिनिधियों ने वृक्षारोपण लकड़ी व्यापार, जैसे यूकेलिप्टस और पोपलर पर मंडी कर को समाप्त करने के लिए हस्तक्षेप का अनुरोध किया।
4. निर्यातकों ने अंतर्राष्ट्रीय प्लाइवुड से संबंधित व्यापार मेलों/प्रदर्शनियों का लाभ उठाने के लिए कम लागत वाले स्थान के किराया प्रभारों में लाभ देने का अनुरोध किया।
5. निर्यातकों ने केन्या, तंजानिया, युगांडा, मेडागास्कर, गैबॉन जैसे अफ्रीकी देशों से सस्ते कच्चे माल की सोर्सिंग और फिलिंग इकाइयों की स्थापना के अवसरों की खोज में समर्थन का अनुरोध किया।
6. भारत सरकार और भारत सरकार द्वारा योजनाओं पर सूचना प्रसार और आवश्यक स्थानीय औद्योगिक अनुपालन के लिए समर्थन की आवश्यकता है।
7. निर्यातकों ने अंतरराष्ट्रीय भुगतान जोखिमों का मुकाबला करने के लिए भुगतान तंत्र पर जानकारी का अनुरोध किया ।
8. ईसीजीसी के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी, जिसमे उपलब्ध है ;
i) वाणिज्यिक या राजनीतिक जोखिमों के कारण निर्यात आय की वसूली न होने के जोखिम के खिलाफ भारतीय निर्यातकों को बीमा कवर की एक श्रृंखला
ii) बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों के लिए विभिन्न प्रकार के क्रेडिट बीमा कवर, ताकि वे निर्यातकों को ऋण सुविधाएं प्रदान कर सकें और
iii) एमएसएमई क्षेत्र के लिए निर्यात फैक्टरिंग सुविधा जो वित्तीय उत्पादों का एक पैकेज है जिसमें कार्यशील पूंजी वित्तपोषण, क्रेडिट जोखिम संरक्षण, बिक्री बही का रखरखाव और विदेशी देश में स्थित खरीदार से निर्यात प्राप्तियों का संग्रह शामिल है।
iv) ईसीजीसी योजना की जानकारी के लिए लॉग ऑन करें – https://main.ecgc.in/