मौसमी कारक
- दिसम्बर 8, 2020
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दिल्ली की घेराबंदी से कुछ मौसमी कारक भी जुड़े हुए हैं। ज्यादातर किसान देश के उत्तरी हिस्से के हैं, जहां गेहूं, चने और सरसों जैसी रबी की मुख्य फसलों की बुआई हो चुकी है। किसान खाली हैं और अपना कुछ समय विरोध-प्रदर्शन में दे सकते हैं। कृषि विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि 28 नवंबर तक पंजाब के किसान करीब 29.2 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुआई कर चुके हैं। इसका मतलब है कि राज्य में गेहूं के सामान्य औसत रकबे की 83 फीसदी बुआई हो चुकी है। हरियाणा में 55.11 फीसदी और मध्य प्रदेश में 81.21 फीसदी गेहूं की बुआई हो चुकी है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में बोई जाने वाली दो मुख्य फसलों- चने और सरसों की आधी से अधिक बुआई हो चकी है। इस तरह किसान अपनी खेती से कुछ दिन दूर रह सकते हैं और इस दौरान उनकी खेती को अन्य लोग संभाल सकते हैं।