जीत के लिए अच्छाई व कमजोरी दोनों पर नजर रखें
- अगस्त 27, 2020
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जीत के लिए
अच्छाई व कमजोरी दोनों पर नजर रखें
पहले सुना करते थे मुस्कान के पीछे भी दर्द होता है। कुछ लोगों के उदाहरण दिए जाते थे कि ये दिखते खुश हैं, पर इनके भीतर बहुत तकलीफ भरी है। ऐसे लोग पहले कम होते थे, तो लीजिए कुदरत ने ऐसे बहुत सारे लोग बना दिए। अब सुबह से शाम तक किस्से, कहानियां, घटनाओं का वर्णन, आंकड़ों की प्रस्तुति सबकुछ महामारी के आसपास घूम रहा है। हरेक के पास एक कहानी है। कोरोना बिलकुल महाभारत जैसा हो गया है। महाभारत के लिए कहा जाता था कि ऐसी कोई कथा नहीं जो यहां से न उपजी हो। मतलब, दावा है कि जो कुछ भी इसमें है, वह सब दुनिया में है। पृथ्वी पर हर कथा का संबंध कहीं न कहीं महाभारत से हो जाता है। आज सचमुच, जीवन का हर क्षेत्र कुरुक्षेत्र बन गया है। इन्सान घर में रहे तो दिक्कत, घर से बाहर जाए तो समस्या। वैक्सीन की खोज तो ऐसी हो गई जैसे परमपिता परमेश्वर को ढूंढना। महाभारत में कृष्ण ने पांडवों से कहा था कि जीतना हो तो अपनी अच्छाई व कमजोरी पर पैनी नजर रखना। हम में से अधिकांश, इस समय पांडवों जैसे सावधान कम और कौरवों जैसे लापरवाह अधिक हो रहे हैं। यहां हमें स्वयं पर काम करना होगा।