Is it decline in income tax returns filing ?

Only 58.3 million income-tax returns (ITRs) were filed for the assessment year 2022-23 (AY23) as on July 31 this year- the last date for filing the returns. This is much lower than the 71.4 million returns filed in AY22, and also less than the number of each of the previous three years, including pre-pandemic AY19, which witnessed 65.3 million returns.

The assessment year broadly corresponds to income earned in the previous financial year. Thus, AY23 is the assessment year for income earned during the financial year 2021-22 (FY22). There has generally been a rising trend in the number of returns filed. This largely persisted even during the pandemic, at least relative to the time before the Covid-19 outbreak.

According to CA Neeraj Garg, the audited returns are yet to be filed. The last date for filing it is 30th September. Apart from this, delayed returns with a fine up to Rs 5000 can be filed till December 31.

It is generally seen that people in India wait till the last days to file returns. So the initial pace of e-filing was much slower, with the first 10 million ITRs for AY 22-23 being filed only by July 7, 2022. The pace picked up marginally, with about 24.8 million ITRs being filed by July 22, 2022. With the government announcing that there would be no extension of the deadline, there was a surge in the filing of ITRs and by July 25, 30 million ITRs had been filed.

Going by the trend of GST, it seems that this figure will remain above all the previous years on the last date of filing returns with penalty.


क्या कम दाखिल हुए आयकर रिटर्न ?


हाल के वर्षों की तुलना में इस साल सबसे कम रिटर्न दाखिल हुए हैं। आकलन वर्ष (AY) 2022-23 में 31 जुलाई तक 583 लाख रिटर्न दाखिल किए गए हैं। यह इसके पहले के वर्ष (AY-22) में दाखिल 714 लाख रिटर्न की तुलना में बहुत कम है। यह इसके पहले के वर्षों की तुलना में भी कम है। महामारी के पहले के AY 19 में भी 653 लाख रिटर्न दाखिल किए गए थे।

आकलन वर्ष में व्यापक रुप से पहले के वित्त वर्ष में हुई कमाई का ब्योरा होता है। इस तरह से आकलन वर्ष 23 में वित्त वर्ष 2021-22 (वित्त वर्ष 22) में हुई कमाई का ब्योरा है। सामान्यत: आयकर रिटर्न दाखिल करने वालो की संख्या बढ़ती है। ऐसा महामारी के दौरान भी हुआ और कम से कम कोविड-19 के पहले के आंकड़ों के आसपास स्थिरता बनी रही।

CA नीरज गर्ग के अनुसार अभी ऑडिट वाली रिटर्न भरी जानी शेष रहती हैं। जिसको दाखिल करने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर तक है। इसके अलावा 5000 रुपये तक जुर्माना सहित रिटर्न 31 दिसम्बर तक भरे जा सकते है।

सामान्यत: यही देखा गया है कि भारत में लोग रिटर्न दाखिल करने के लिए अंतिम दिनों तक की प्रतिक्षा करते हैं। इसलिए शुरुआत में ई-फाइलिंग तुलनात्मक रुप से सुस्त रही और AY 22-23  में पहले 1 करोड़ आईटीआर की फाइलिंग 7  जुलाई, 2022 तक हो पाई। 22  जुलाई, 2022  तक दाखिले नें गति पकड़ी और करीब 2.48  करोड़ लोगों ने आयकर रिटर्न दाखिल किया। सरकार ने घोषणा की कि अंतिम तिथि में कोई बढ़ोतरी नही की जाएगी तो आयकर दाखिले में तेजी आई और 25  जुलाई,  2022  तक 3  करोड़ आईटीआर दाखिल हुए ।

जीएसटी के रुझान को देखते हुए यहीं लगता है कि जुर्माना सहित रिटर्न दाखिल करने के अंतिम समय तक यह आंकड़ा पिछले सभी वर्षों से ऊपर ही रहेगा ।

IMF's warning on recession    Kumar Engineering Co.