चालू वित्त वर्ष में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) चोरी के जो मामले सामने आए हैं, उनसे सरकार को 50,000 करोड़ रूपये से अधिक रकम वसूल होने की उम्मीद है। यह रकम पिछले वित्त वर्ष में हुई वसूली से दोगुनी होगी।

चालू वित्त वर्ष में अब तक जीएसटी अधिकारियों को 1.36 लाख करोड़ रूपये कर चोरी का पता चला है। इसमें से 14,108 करोड़ रूपये वसूले जा चुके हैं। वित्त वर्ष 2023 के दौरान 1.01 लाख करोड़ रूपये की कर चोरी का पता चला था, जिसमें से 21,000 करोड़ रूपये वसूल किए गए थे।

एक अधिकारी ने कहा कि पिछले साल धोखाड़ी करने वालों ने कई अनुचित नीतियां अपना कर कर चोरी को अंजाम देने की कोशिश की थी। मसलन उन्होंने कम कर चुकाने के लिए कर योग्य जीएसटी कम दिखाया था और गलत तरीके से रियायत भी हासिल की थी। इसके अलावा उन्होंने गलत तरीके अपनाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाया था।

मगर जीएसटी चोरी का पता लगाने और संभावित वसूली के लिए कई अनुपालन शर्तें लागू की जाएंगी। इसके अलावा कुछ खास क्षेत्रों में जीएसटी प्रणाली में सेंशोधन भी किए जाएंगे।