India's Realty Market Robust amid Global Slump

रियल एस्टेट डेवलपर्स ने इस सीजन में ओवरसब्सक्रिप्शन और परियोजनाओं की त्वरित बिक्री के कारण त्योहारी ऑफर से परहेज किया है, जबकि पहले घर खरीद पर विभिन्न प्रोत्साहन शामिल होते थे। 

क्रेडाई ने बताया कि, ‘‘जब अधिक आपूर्ति होती थी लेकिन मांग कमजोर होती थी तो बिल्डर्स प्रोत्साहन की पेशकश करते थे। पिछले 18 महीनों में, बिना बिकी अधिकांश इन्वेंट्री बेच दी गई है, जिसके परिणामस्वरूप नई लॉन्च की गई परियोजनाओं की मांग बढ़ गई है।‘‘

उद्योग रिपोर्टों के अनुसार, डेवलपर्स को आशा है कि भारत में आवासीय बिक्री 2023 में साल के अंत तक 500,000 से अधिक आवास इकाइयाँ बेचने का रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल करने का अनुमान है।

एक रियल एस्टेट विश्लेषक ने बताया, ‘‘खरीदार अब छूट के बजाय फ्लैट हासिल करने का आश्वासन चाहते हैं। डेवलपर्स को 800 फ्लैटों के लिए 4,000 तक पूछताछ हो रही है, जो दर्शाता है कि मांग आपूर्ति से अधिक है।‘‘

नई संपत्ति लॉन्च की लगातार आमद के बावजूद, उद्योग, मांग में वृद्धि का अनुभव करने के लिए तैयार है जो एक दशक में सबसे अधिक होगी।

"देश के दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों में, जिनमें पुणे, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बाजार शामिल हैं, स्थिति समान सकारात्मक प्रतिक्रिया के साथ तुलनीय है। उत्साहजनक पहलू यह है कि प्रतिष्ठित डेवलपर्स ऐसी परियोजनाएं पेश कर रहे हैं जो घर खरीदारों और निवेशक दोनों को पसंद आती हैं, " एक रियल एस्टेट ब्रोकरेज फर्म ने समझाया।

आपूर्ति से अधिक बिक्री के कारण, बिना बिकी इन्वेंट्री की संख्या भी दशक के निचले स्तर पर पहुंच गई है।

भारत के टियर - 1 शहरों में बिना बिके आवास स्ऑक 2023 की तीसरी तिमाही में 11% गिरकर 508,464 इकाई हो गए, जो 2022 की तीसरी तिमाही में 526ए497 इकाई थे।

पहली तीन तिमाहियों के विश्लेषण से पता चलता है कि टियर-1 शहरों में नई संपत्ति की लॉन्चिंग 2022 के स्तर के अनुरूप बनी हुई है।

एक रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म के अनुसार, ‘‘इस क्षेत्र को नीतिगत हस्तक्षेप का लाभ मिल रहा है और डेवलपर्स पर बहुत अधिक भरोसा है। जबकि दो साल पहले, अधिकांश खरीदार 30-40%

‘‘रेडी-टू-मूव-इन फ्लैट्स की तलाश में थे, लेकिन प्रवृत्ति उलट गई है।‘‘

एक अन्य विशेशज्ञ ने कहा, ‘‘देश के कुछ बाजारों को खरीदारों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है और यहां कीमतों में 30-40% की बढ़ोतरी हुई है। इससे व्यक्तिगत निवेशकों में भी काफी दिलचस्पी बढ़ी है।‘‘