Bharat Goel
- जुलाई 29, 2020
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Business is a big thing. Regardless of the situation, a human being should always act with restraint. Due to this business, everyone continues to grow. In the Corona era, Ply Insight is constantly in talks with businessmen and businessmen associated with Plywood and people associated with this work. Here are the highlights of the conversation with Bharat Goel.
In the Corona period, merchant and manufacturer relations have been good, This is the best thing of the round
Should this year be spent on turnover?
You have to change your work according to the time. Due to difficult conditions this year, expenses will have to be cut. If the trader has overstock then he will have to try to sell quickly, otherwise it can cause a problem. Because the goods were continuously coming before the lockdown, many traders have stock for three to four months. . Due to which the rate in the market is not stable.
So what can you do in this situation?
In this situation one should recover money quickly by selling goods; So that additional banks do not become a burden of interest. The weakening of the dollar’s rupee has led to further cost overruns. A similar problem may persist until the market is fully opened.
How many of our regular customers are with this competition?
Business is always based on mutual cooperation and the joy is that most traders are cooperating. They are also understanding that everyone is in harm’s way, so they are not running around for light difference. We have accelerated the trade only with the mutual consent of the traders.
Corona did not deteriorate relations. There is definitely a delay in getting payments at some places, which we are hoping will be recovered soon.
Working on a large scale is a challenge.
Certainly working in the Corona era is challenging. But if your business is going right and the transaction with the bank is going well, then the journey of difficult times will be cut easily. The government is also giving financial assistance by the bank in its place. We have also seen the amount of payment with the traders. They have circulated in the market, which has increased confidence in the merchant.
व्यापार बड़ी चीज है। हालात कैसे भी रहे, इंसान को हमेशा संयम से काम लेना चाहिए। इस व्यापार के चलते सभी को तरक्की होती रहती है। कोरोना काल में प्लाइवुउ से जुड़े उद्योगपति व व्यापारी और इस कार्य से जुड़े लोगों से प्लाइ इनसाइट लगातार बातचीत कर रहा है। इस क्रम में पेश है भारत गोयल से बातचीत के मुख्य अंश।
कोरोना काल में व्यापारी और निर्माता के संबंध अच्छे रहे हैं, इस दौर की यह सबसे अच्छी बात है
क्या इस साल टर्नओवर पर ही गुजारा करना चाहिए?
समय अनुसार अपने कार्य में परिवर्तन करना पड़ता है। इस वर्ष कठिन परिस्थितियों के कारण, खर्चों में कटौती करनी पड़ेगी। व्यापारी के पास अगर ओवेरस्टॉक है तो उसे जल्दी बेचने की कोशिश करनी पड़ेगी ,नही तो ये एक समस्या का कारण बन सकती है।क्योंकि लॉकडाउन से पहले माल लगातार आ रहा था इसलिए कईं व्यापारियों के पास तीन से लेकर चार महिने तक का स्टॉक इकट्ठा है। जिसके कारण मार्केट में रेट स्थिर नहीं है।
तो इस स्थिति में क्या कर सकते हैं?
इस स्थिति में माल बेचकर जल्दी पैसा रिकवर करना चाहिए; जिससे अतिरिक्त बैंक ब्याज का बोझ न बनें। डॉलर के मुकाबले रूपया कमजोर होने से लागत और बढ़ गई है। बाजार जब तक पुरी तरह से खुल नहीं जाता, तब तक इसी तरह की समस्या बनी रह सकती है।
जो हमारे नियमित ग्राहक हैं, वह इस कम्पटिशन में कितने साथ रहे?
व्यापार हमेशा आपसी सहयोग पर आधारित होता है और खुशी की बात यह है कि अधिकांश व्यापारी ये सहयोग कर रहे हैं। वे भी समझ रहे हैं कि सभी नुकशान में है, इसलिए हल्के-फुल्के फर्क के लिए इधर-उधर भाग नहीं रहे हैं। हमने व्यापारियों की आपसी सहमति से ही व्यापार को गति दी है।
कोरोना की वजह से संबंध खराब नहीं हुए। कुछ जगह जरूर पेमेंट आने में विलंब हुआ है जो कि हम उम्मीद कर रहे हैं जल्द रिकवर हो जाएगी।
बड़े स्केल पर काम करना चुनौती पूर्ण हो गया है।
निश्चित ही कोरोना काल में काम करना चुनौती पूर्ण है। लेकिन अगर आपका व्यवहार सही और बैंक से लेन-देन सही चल रहा है तो मुश्किल वक्त का सफर आसानी से कट जाएगा।सरकार भी अपने स्तर पर बैंक द्वारा वित्तय सहायता दे रही है।हमने ये भी देखा है व्यापारियों के हाथ में जितनी भी पेमेंट आयी है, उन्होंने मार्केट में सर्कुलेट किया है जिससे कि व्यापार में विश्वास बढ़ा है।