After builders accused cement manufacturers of indulging in cartelisation to jack up prices, cement manufacturers hit back saying builders were misleading the government and that it should look at their margins.

The development comes after Union Road Transport Minister Nitin Gadkari said the cement industry was trying to raise prices through cartelisation and there was an urgent need for a regulator.

Manufacturers say what ails the cement industry is the poor growth of the housing sector. They say this was due to the artificially high price of flats/houses.

There is a clear cartel working among builders under the banner of CREDAI and BAI, who are holding on to prices despite having a margin of more than 100 per cent, said the companies.


सीमेंट की बढ़ती कीमते: निर्माता कंपनियां व बिल्डर आमने सामने

सीमेंट की कीमतों में लगातार हो रहे इजाफे से परेशान बिल्डर्स अब खुल कर कंपनियों के खिलाफ मुखर हो रहे हैं। उनका आरोप है कि सीमेंट निर्माता कंपनियां गुट बना कर लगातार रेट बढ़ा रही है।

बिल्डर के इन आरोपों को उस वक्त और ज्यादा वजन मिल गया जब केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले दिनों कहा कि सीमेंट उद्योग गुटबंदी के जरिये कीमतें बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। बढ़ती कीमतों पर नजर रखने के लिए इस क्षेत्र की निगरानी जरूरी है।

इधर सीमेंट निर्माता कंपनियों ने अपना तर्क दिया है। उनका कहना है कि बिल्डर्स सरकार को गलत तथ्य देकर गुमराह करने का काम कर रहे हैं। उनका यह भी तर्क है कि क्योंकि कच्चे माल की कीमत बढ़ रही है। ऐसे में वह कुछ मार्जिन तो अपने लिए रखेंगे। यदि ऐसा नहीं करेंगे तो काम कैसे कर पाएंगे।

सीमेंट कंपनियों ने बिल्डर्स पर ही ज्यादा मुनाफा कमाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बिल्डर्स स्वंय गुट बना कर काम कर रहे हैं। लेकिन आरोप सीमेंट कंपनियों पर लगा रहे हैं।

सीमेंट कंपनियों का कहना है कि के्रडाई और बीएआई के बैनर तले बिल्डरों ने गुट बना रखा है। इस वजह से फ्लैट आदि पर 100 फीसदी से अधिक तक का मार्जिन लेते है। उन्होंने मांग की कि सरकार को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए।