Business Idea: Furniture on Rent
- अगस्त 12, 2022
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Furniture is the need of every home. Now the way our lifestyle has become, it is not convenient to buy furniture and use it for a long time. But furniture is essential. Now a new trend is gaining momentum in the market. Furniture is now also available on rent like a house. In big cities, this furniture rental business is becoming very popular. College students, youth and young people who are constantly on the move are major user of rented furniture.
According to experts, this trend will also move to small towns from big cities. It is usual that once durable furniture is made, and used for a long time. Today things are changing rapidly. Designs are changing. New experiments are taking place.
Now days the youth have become more professional. They do not opt for a long career in the same company. They frequently Change cities for career. Therefore, using furniture on rent becomes a good option for them. Experts opine that the furniture business on rent is going to grow rapidly in the coming days.
Due to work from home during Corona, the demand for office furniture on rent has also increased. It is the assessment of market experts. Company doing this kind of work said that working from home was started as soon as the lockdown was imposed. As soon as the first phase of Unlock was announced, we started getting a lot of demand for working desks from home. There is a spurt in demand for desks and comfortable chairs. Some people are also trying renting home appliances. Instead of buying new furniture, demand for furniture on rent has increased.
According to a recent survey by Knight Frank, more than 70 percent of companies think that work from home is a better option and are thinking of trying it in future as well.
Obviously, as the rental furniture culture grows, so will the number of startups offering furniture subscription services.
Some of the Benefits of rental furniture
1) This is a cheaper option
You have to pay a lump sum good price when you buy new furniture. But if the furniture is taken on rent for a period of one year or less then it is relatively cheaper. You don’t have to pay much money for this.
2) It eliminate the problem of transportation
If there is a transfer, or for some reason you are changing the house, then the problem of moving the furniture is over. The company providing the furniture itself will pick it up. If it is needed there also, you can get the furniture there also. You can get the furniture there also bargaining with the company.
3) Value does not depreciates
If you buy new furniture then it starts depreciating. There is no such thing for furniture on rent. Because you are paying the rent only. When you get bored with this furniture, you can exchange another one.
4) Choose the furniture you want
You can choose as per your choice. For example, a bed, a chair or a table whatever is needed. Apart from this, everything you need, you can choose on rent. Many times you have to buy the complete set when buying. Which is expensive more over of maintaining extra luggage is also problematic.
Manoj Thakur
बिज़नेस आईडिया: किराये पर फर्नीचर
फर्नीचर हर घर की जरूरत है। अब जिस तरह से हमारा लाइफ स्टाइल बन गया है, इसमें फर्नीचर खरीद कर लंबे समय इस्तेमाल करना सुविधाजनक नहीं लग रहा है। लेकिन फर्नीचर के बिना काम भी नहीं चलता। अब ऐसे में एक नया चलन मार्केट में तेजी से जोर पकड़ रहा है। वह यह है कि अब मकान की तरह फर्नीचर भी किराए पर मिल रहा है। बड़े शहरों में तो यह फर्नीचर रेंटल व्यवसाय बहुत तेजी से चलन में आ रहा है। कॉलेज के छात्र, युवा और वह युवा जिनकी ट्रांसफर लगातार हो रही है, वह फर्नीचर किराए पर लेने में अग्रणी है।
विशेषज्ञों के अनुसार यह चलन बड़े शहरों से छोटे शहरों की ओर भी आएगा। अभी तक होता यह है कि एक बार टिकाउ फर्नीचर बनवा लिया, लंबे समय तक इसका इस्तेमाल किया। आज चीजे तेजी से बदल रही है। डिजाइन बदल रहे हैं। नए प्रयोग हो रहे हैं।
यूं भी अब युवा ज्यादा प्रोफेशनल हो गए हैं। वह एक ही कंपनी को लंबे कैरियर के लिए नहीं चुनते है। कैरियर के लिए शहर बदल देते हैं। इसलिए भी किराए पर फर्नीचर लेना उनके लिए अच्छा विकल्प बन जाता है। जानकार तो यहां तक कह रहे हैं कि आने वाले दिनों में किराए पर फर्नीचर का कारोबार तेजी से बढ़ने वाला है।
कोरोना के दौरान वर्क फ्रॉम होम होने से किराये पर ऑफिस फर्नीचर की मांग भी बढ़ी है। बाजार विशेषज्ञों का ऐसा आकलन है। इस तरह का काम करने वाली कंपनी ने बताया कि लॉकडाउन लगते ही घर से काम करना शुरू हो गया. जैसे ही अनलॉक के पहले चरण की घोषणा हुई, हमें घर से काम के लिये डेस्क की काफी मांग मिलने लगी। डेस्क और आरामदायक कुर्सियों की भारी मांग मिल रही है। कुछ लोग घरेलू उपकरण भी किराये पर ले रहे हैं। नया फर्नीचर खरीदने की बजाय किराये पर लेने की मांग में तेजी आयी है।
नाइट फ्रैंक के एक हालिया सर्वेक्षण के अनुसार, 70 प्रतिशत से अधिक कंपनियां यह सोच रही है कि वर्क फ्रॉम होम बेहतर विकल्प है। इसे वह भविष्य में भी आजमाने की सोच रही है।
जाहिर है अब जैसे-जैसे रेंटल फर्नीचर कल्चर बढ़ेगा, वैसे-वैसे फ़र्नीचर सब्सक्रिप्शन सेवाओं की पेशकश करने वाले स्टार्टअप्स की संख्या भी बढ़ेगी।
किराये के फर्नीचर के कुछ लाभ
1) सस्ता विकल्प है
क्योंकि नया फर्नीचर खरीदने पर एक मुश्त दाम चुकाने पड़ते हैं। लेकिन किराए पर एक साल या इससे कम की अवधि के लिए यदि फर्नीचर लिया जाता है तो यह अपेक्षाकृत सस्ता पड़ता है। इसके लिए ज्यादा पैसा नहीं चुकाना पड़ता।
2) परिवहन की समस्या खत्म
अब यदि तबादला हो गया, या किसी कारण से घर बदल रहे हैं तो फर्नीचर को लाने ले जाने की समस्या खत्म। फर्नीचर उपलब्ध कराने वाली कंपनी खुद उसे उठा कर ले जाएगी। यदि दूसरी जगह जरूरत है, आपका मोल भाव कर के आप वहां भी फर्नीचर मंगवा सकते हैं।
3) कीमत नहीं टूटती
क्योंकि यदि आप नया फर्नीचर खरीदते है तो इसकी कीमत तभी कम होना शुरू हो जाती है। किराए पर फर्नीचर की कीमत कम होने जैसी कोई बात ही नहीं है। क्योंकि आप तो किराया चुका रहे हैं। जब इस फर्नीचर से आपका मन भर गया तो दूसरा मंगवा सकते हैं।
4) मनचाहा फर्नीचर तय करें
इसमें आपको जो चाहिए वह चुन सकते हैं। मसलन एक बेड चाहिए, एक कुर्सी मेज चाहिए। इसके अलावा जो भी चाहिए, वह सब आपको किराए पर मिल सकता है। खरीदने पर कई बार आपको पूरा सेट ही खरीदना पड़ता है। जो महंगा तो पड़ता ही है, इसके साथ ही जरूरत से ज्यादा सामान को रखने में भी दिक्कत आती है।