मंदी को पीछे छोड़ तेजी से आगे बढ़ रहा रियल एस्टेट

The festival season is witnessing a boom in the real estate facing recession due to the epidemic. Traders claim that there are signs of improvement in this area.

Sales of residential properties in the major cities of the country declined by 81 percent in the April-June quarter this year. But now the market seems to be growing rapidly.

There are many reasons for this. The biggest reason is that employment is now coming back. The pay cuts in companies have also started to end. Along with this, the builders are also bringing many attractive schemes. This is brightening the real estate business. As a result, whether it is Delhi and Mumbai or relatively small cities, there is an increase in the sale of houses and shops everywhere.

The festival season has been 30 percent higher in real estate business. Because the buyers who had postponed their deals at Lockdown are coming forward to buy in the festive season. According to the builders, if we look at the graph of the sale of houses, then before Diwali it was in large number.

Ready to move and low budget flats ranging 30 lakh to 45 lakh, are high in demand.

The builders believe that the festival season is the major reason for increasing demand of houses, along with the relief package given by the government is also proving to be a big step in this direction. The builders have also reduced the price. The loan has become cheaper and relatively easy. All these reasons are proving to give a boost to real estate.

The state government are also working for the betterment of real estate. The stamp duty in Maharashtra is being exempted by three percent till December this year. Buyers are also coming forward to take advantage of this. Figures from real estate across the country are telling that in October, November the graph of inquiries and sales has increased. Customers want better brands, quality, assurance.

Builders said that there was 36 percent more registrations in October this year than last year.

Property market watchers said that the demand for big and luxurious houses in big cities like Mumbai is increasing. Sales of plush houses worth over Rs 500 crore were recorded in October. Which was 150 crore rupees last year. Developers say sales have also improved due to easy availability of loans and demand from overseas Indians.

Realty developers’ organization Naredok believes sales are boosted by attractive discounts, possession, plans for no EMI and attractive gifts with houses. He says that its effect will remain even after the festival.

According to the Builders Association of India, the builders are currently engaged in trying to win the trust of the customer. Everyone is trying for completion of projects. This is also the reason that instead of increasing the prices of houses and flats, builders are opting to increase sales. Its direct benefit is being given to the customer, which is definitely increasing the sales. With this, where the builders are getting response, the buyers are also getting cheaper house.

Talking about Uttar Pradesh, Chhattisgarh or Tamilnadu there has been a record increase in the sale of houses everywhere. Here too during the festive season, the builders are giving attractive plans to the customer, this is encouraging the buyer to buy the house. Booking of luxury apartments, villas and luxurious houses is gaining momentum here. In MP, Delhi, Haryana, Punjab and rest of the country the festival of Diwali has been very encouraging for the real estate sector. Traders are hoping that real estate has overtaken the recession due to the glitter of festivals. Now builders are also considering new projects.


मंदी को पीछे छोड़ तेजी से आगे बढ़ रहा रियल एस्टेट


महामारी के कारण मंदी की मार झेल रहे रियल एस्टेट में त्योहार सीजन में उछाल आ रहा है। कारोबारियों का दावा है कि इस क्षेत्र में बेहतरी के संकेत मिलने लगे हैं।

इस साल देश के प्रमुख शहरों में अप्रैल से जून तिमाही में आवासीय संपत्तियों की बिक्री में 81 प्रतिशत गिरावट आई है। लेकिन अब बाजार तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है।

इसकी कई वजह है। सबसे बड़ी वजह तो यह है कि रोज़गार अब वापस मिलने लगा है। कंपनियों में जो वेतन कटौती थी, वह भी खत्म होने लगी है। इसके साथ ही बिल्डर्स भी कई आकर्षक योजनाएं लेकर आ रहे हैं। इससे रियल एस्टेट के कारोबार में चमक आ रही है। इसका परिणाम यह निकला कि दिल्ली और मुंबई हो या फिर अपेक्षाकृत छोटे शहर, हर जगह मकान व दुकान की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।

त्योहार सीजन में रियल एस्टेट कारोबार 30 प्रतिशत ज्यादा रहा है। क्योंकि लॉकडाउन में जिन खरीददारों ने अपने सौदे स्थगित कर दिए थे, वह त्योहारी सीजन में खरीददारी के लिए आगे आ रहे हैं। बिल्डर्स के अनुसार मकानों की बिक्री का ग्राफ यदि देखा जाए तो दीवाली से पहले ही बड़ी संख्या मे सौदे हुए।

रेडी टू मूव और कम बजट के फ्लैट जो कि 30 लाख से 45 लाख की कीमत तक है, कि डिमांड ज्यादा है।

बिल्डर्स का मानना है कि मकानों की डिमांड बढ़ने की बड़ी वजह त्योहार सीजन है, इसके साथ ही सरकार ने जो राहत पैकेज दिया है, वह भी इस दिशा में बड़ा कदम साबित हो रहा ैहै। बिल्डर्स ने कीमत भी कम की है। इसके साथ ही कर्ज सस्ता और अपेक्षाकृत आसान हो गया है। यह सभी कारण रियल एस्टेट को बूम देने में सहायक साबित हो रहे हैं।

राज्य सरकार भी रियल एस्टेट की बेहतरी के लिए काम कर रही है। महाराष्ट्र में स्टांप ड्यूटी में इस साल दिसंबर तक तीन प्रतिशत की छूट दी जा रही है। इसका फायदा उठाने के लिए भी खरीददार सामने आ रहे हैं। रियल स्टेट के देश भर के आंकड़े बता रहे हैं कि अक्टूबर नवंबर में पूछताछ व बिक्री का ग्राफ बढ़ा है। ग्राहक बेहतर ब्रांड, गुणवत्ता, आश्वासन चाहते हैं।

बिल्डर्स ने बताया कि अक्टूबर में पिछले साल की तुलना में इस बार 36 प्रतिशत ज्यादा रजिस्ट्री हुई।

प्रापर्टी बाजार पर नजर रखने वालों ने बताया कि बड़े शहर जैसे की मुंबई में बडे़ व आलीशान घरों की डिमांड बढ़ रही है। अक्टूबर में 500 करोड़ के ज्यादा के आलीशान मकानों की बिक्री दर्ज की गयी। जो कि पिछले साल यह आंकड़ा 150 करोड़ रुपए था। डेवलपरों का कहना है कि आसानी से कर्ज उपलब्ध होने और प्रवासी भारतीयों की मांग की वजह से भी बिक्री में सुधार हुआ है।

रियटी डेवलपरों के संगठन नारेडकों का मानना है कि आकर्षक छूट, कब्ज़ा मिलना, ईएमआई नहीं देने की योजना व मकानों के साथ आकर्षक उपहार से बिक्री बढ़ी है। उनका कहना है कि इसका असर त्योहार के बाद भी रहेगा।

बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अनुसार बिल्डर्स इस वक्त ग्राहक का भरोसा जीतने की कोशिश में जी जान से लगे हैं। इससे परियोजनाओं को पूरा किया जा रहा है। यह भी एक वजह है कि बिल्डर्स मकानों व फ्लैट के दाम बढ़ाने की बजाय, बिक्री बढ़ाने के विकल्प अपना रहे हैं। इसका सीधा लाभ कस्टमर को मिल रहा है।इससे निश्चित ही बिक्री में बढ़ोतरी हो रही है। इससे अब यह संभावना बन रही है कि बिल्डर्स को जहां पूरा काम मिल रहा है, वहीं ख़रीददारी को भी सस्ता मकान मिल रहा है।

उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ या तमिलनाडु की बात करें तो यहां भी मकानों की बिक्री में रिकार्ड वृद्धि दर्ज की गयी है। यहां भी त्योहार सीजन में बिल्डर्स आकर्षक योजनाएं कस्टमर को दे रहे हैं, इससे मकान खरीदने के लिए प्रति खरीददार उत्साहित हो रहा है। यहां लग्जरी अपार्टमेंट, विला और आलीशान मकानों की बुकिंग में तेजी आ रही है। एमपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और देश के बाकी हिस्सों में में भी दीवाली का पर्व रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए खासा उत्साहित करने वाला रहा है। कारोबारी उम्मीद कर रहे हैं कि त्योहारों की जगमगाहट से रियल एस्टेट ने मंदी को पीछे छोड़ दिया है। अब कारोबारी नयी परियोजनाओं पर भी विचार कर रहे हैं।