Industry should Formally Submit their Concerns

A Webinar was conducted on 03 November, 2023 by DPIIT (Department for Promotion of Industry and Internal Trade) to address concerns of industry in implementation of quality control order (2023) of wooden based boards, plywood and wooden flush doors and resin treated compressed wood laminates.

The meeting was chaired by Sri. Sanjiv joint Secretary, DPIIT.

The Meeting was attended by various members of industry along with representative of officials of MSME and BIS and participated by:-

1. Sh. Jaydeep Chitlangia Director, Duro Ply Industries Ltd.
2. Sh. Satyanarayan Chamaria, Director, Eximcorp India Pvt Ltd.
3. Sh. JK Bihani, President Haryana Plywood Manufacturers Association.
4. Sh. Vineet Jain, Director Balaji Action Buildwell.
5. Sh. C.N. Pandey, Technical Advisor, Federation of Indian Plywood and Panel Industries.
6. Sh. Sanjiv Joint Director DPIIT.
7. Dr. MP Singh Director Institute of Wood Science and Technology.

चर्चा की मुख्य विशेषताएंः

संयुक्त सचिव (एस) ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और लकड़ी आधारित बोर्ड, प्लाइवुड और लकड़ी के फ्लश डोर शटर और रेज़िन ट्रीटेड कंप्रेस्ड वुड लैमिनेट्स गुणवत्ता के लिए गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (फब्व्) के महत्व पर जोर दिया।

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  1. वुड पैनल मानकों पर उद्योग प्रतिनिधियों, संघों और FIPPI द्वारा उठाई गई चिंताओं का सारांशः
  • मानकों का संशोधनः लकड़ी के उत्पादों के लिए मानकों के संशोधन के बारे में चिंताएं उठाई गईं और बीआईएस तकनीकी समिति द्वारा विभिन्न लकड़ी उत्पादों के विनिर्देशों के संबंध में संशोधन पूरा होने तक फब्व् के कार्यान्वयन के स्थगन का अनुरोध किया गया।
  • ‘यूटिलिटी‘ ग्रेड/लेबल का प्रारंभः सबसे बड़ी चिंता ‘यूटिलिटी‘ ग्रेड/लेबल की शुरूआत के बारे में है, जो कई उद्देश्यों को पूरा करता है और विभिन्न अनुप्रयोगों में उपयोग किया जाता है। इस बात पर प्रकाश डाला गया कि विश्व स्तर पर, लकड़ी के पैनल निर्माण में ‘यूटिलिटी‘ ग्रेड शामिल है, जो गैर-अनुपालक उत्पादों को डाउनग्रेड करने की अनुमति देता है लेकिन फिर भी विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए उपयोग योग्य होता है।
  • पुराने तकनीकी मानकः बीआईएस मानक परिपक्व वनों की लकड़ी को ध्यान में रखते हुए स्थापित किए गए थे; आज का उद्योग भिन्न विशेषताओं वाले कृषि वानिकी वृक्षारोपण की लकड़ी पर निर्भर है।
  • लकड़ी की अपरिपक्व प्रकृतिः परिपक्व लकड़ी को ध्यान में रखकर बनाये गए मौजूदा मानकों की तुलना में वृक्षारोपण से प्राप्त लकड़ी अपरिपक्व, गुणवत्ता में परिवर्तनशील और गुण तत्वों में कम होती है।
  • बर्बादी की चिंताएँः बीआईएस मानकों के पालन के कारण बर्बादी का डर (प्लाईवुड के लिए 20-30 प्रतिशत; एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड के लिए 10-12 प्रतिशत ), जिससे औद्योगिक अनुप्रयोग प्रभावित हो रहे हैं। 
  1. बालाजी एक्शन बिल्डवेल के प्रतिनिधि ने प्रस्तावित फब्व् का समर्थन किया हैं। साथ ही घरेलू विनीयर्ड पार्टिकल बोर्ड निर्माताओं की अनुपस्थिति पर भी चिंता जताई। यह भी कहा कि लगभग 10 प्रतिशत एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड गैर मानक होते हैं और बीआईएस मानदंडों को पूरा नहीं करते हैं, इसलिए अलग-अलग गुणवत्ता के इन सामानों के लिए एक अतिरिक्त श्रेणी शुरू करने का अनुरोध किया गया है, जो घरेलू बिक्री के लिए उपयुक्त है, खासकर पैकेजिंग जैसे उद्देश्यों के लिए।
  2. आर्यम्मन समूह के प्रतिनिधि ने उत्पाद प्रीलेमिनेटेड प्लाइवुड के आयात के लिए स्पष्टीकरण मांगा, जो शायद बीआईएस के दायरे में नहीं आ सकता है, जिसका उपयोग घरेलू फर्नीचर उद्योग द्वारा अंतिम उत्पादों के उत्पादन में किया जाता है।
  3. श्री जे के बिहानी ने ब्लॉकबोर्ड और फ्लश डोर दरवाजे जो बीआईएस मानकों के अनुरूप नहीं है में बर्बादी के मुद्दे के निवारण के लिए बीआईएस के हस्तक्षेप का अनुरोध किया।
  4. इंडियाना प्लाइवुड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि ने वियतनाम, मलेशिया और चीन जैसे देशों से आयातित उत्पादों की बीआईएस द्वारा जांच पर स्पष्टीकरण मांगा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बीआईएस द्वारा ली जाने वाली उच्च स्टैम्पिंग और मार्किंग फीस के बारे में भी चिंता जताई।
  5. लकड़ी उद्योग से श्री अनमोल ने नए क्यूसीओ के लिए बीआईएस लाइसेंस प्राप्त करने के लिए विदेशी निर्माताओं के लिए विस्तारित प्रतीक्षा अवधि के बारे में चिंता व्यक्त की।
  6. इंस्टीट्यूट ऑफ वुड साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईडब्ल्यूएसटी) के निदेशक डॉ. एम. पी. सिंह ने क्यूसीओ कार्यान्वयन से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने के लिए हितधारकों की बैठकों को सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार के प्रयासों का स्वागत किया, सरकार के साथ उद्योगों की चिंताओं को समझने के लिए इस तरह के पहल और अधिक वैचारिक सुविधा के लिए अनुरोध किया।
  7. कुछ उद्योगों ने इन्वेंटरी स्टॉक के बारे में चिंता जताई, विशेष रूप से उन वस्तुओं के लिए जो पहले से ही निर्मित हैं या क्यूसीओ के कार्यान्वयन से पहले पारगमन में हैं, उन्हें आयात करने की अनुमति दी जाए।
  • बीआईएस ने इस प्रकार प्रतिक्रिया दीः

a) उत्पत्ति के आधार देश यानी (वियतनाम, मलेशिया, चीन) पर उत्पाद परीक्षण पर कोई प्रतिबंध नहीं हैं। सभी देशों के लिए बीआईएस ऑडिट की अनुमति है।

b) मानकों में संशोधन के सुझाव की समीक्षा बीआईएस तकनीकी समिति द्वारा की जाएगी।

c) क्यूसीओ कार्यान्वयन के बाद माल निकासी के लिए सक्षम प्राधिकारी द्वारा छूट अवधि पर विचार किया जा सकता है।

  • उचित विचार-विमर्श के बाद बैठक का निष्कर्ष यह निकला किः

a) उद्योग और उद्योग संघ ने बीआईएस के लिए मानकों को संशोधित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और क्यूसीओ की कार्यान्वयन तिथि के विस्तार के लिए भी अनुरोध किया।

b) उद्योगों और एसोसिएशनों को सलाह दी गई है कि वे मानकों में संशोधन के संबंध में उचित तथ्य और औचित्य के साथ अपनी चिंताओं को औपचारिक रूप से बीआईएस को प्रस्तुत करें और उसकी एक प्रति डीपीआईआईटी को भेजें।

c) डीपीआईआईटी ने उद्योगों और संघों से क्यूसीओ के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया।

d) हालाँकि, यदि उचित औचित्य के साथ उद्योगों/संघों के लिखित अनुरोध के अनुसार, उचित समझा जाए तो, उपरोक्त क्यूसीओ के कार्यान्वयन के लिए समय विस्तार की समीक्षा की संभावना पर विचार किया जा सकता है।

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