MSME engineering exporters seek PM’s intervention on rising steel prices
- जून 23, 2021
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Engineering exporters in the MSME segment have sought Prime Minister Narendra Modi’s intervention on rising steel prices, stating that the industry needs the alloy and other inputs at affordable rates so that export competitiveness of value-added products is maintained in the global markets.
In a letter to the prime minister from, Ludhiana Hand Tools Association explained that many of the competing countries, particularly China, provide support to manufacturing units by providing steel and other inputs at much reasonable prices to boost competitiveness of their engineering sector in the global markets India is gradually losing out its markets to China in the value-added segment of exports and the recent growth visible in exports is largely on account of hike in the prices of metal and commodities. A sharp decline is seen in the export trends of finished engineering goods.
“In the given situation, the MSME (micro, small and medium enterprises) industry needs to be provided steel at reasonable prices so that export competitiveness of value-added products is maintained,” stated in the letter.
It suggested the government consider setting up a raw material bank for MSMEs to provide steel and other key inputs to them by extending some kind of subsidy.
इस्पात के बढ़ते दाम पर प्रधानमंत्री करें हस्तक्षेप
सूक्ष्म, लघु एवं मझोले (एमएसएमई) क्षेत्र के इंजीनियरिंग निर्यातकों ने इस्पात की बढ़ती कीमतों के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की अपील की है। इन निर्यातकों का कहना है कि उद्योग को अलाॅय और अन्य सामान उचित मूल्य पर चाहिए जिससे वैश्विक बाजारों में मूल्यवर्धित उत्पादों की निर्यात प्रतिस्पर्धा को कायम रखा जा सके। लुधियाना हैंड टूल्स एसोसिएशन ने कहा कि कई प्रतिद्वंद्वी देश विशेष रूप से चीन आदि विनिर्माण इकाइयों को इस्पात और अन्य सामान उचित मूल्य पर उपलब्ध कराकर समर्थन देते हैं। उन्होंने कहा कि भारत धीरे-धीरे मूल्य वर्धित उत्पाद खं डमें चीन से अपना बाजार गंवा रहा है। निर्यात में हालिया वृद्धि की वजह धातु और अन्य जिंसों की कीमतों में बढ़ोतरी है। उन्होंने कहा कि तैयार इंजीनियरिंग उत्पादों के निर्यात में भारी गिरावट देखने को मिली है। प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में कहा गया कि एमएसएमई उद्योग को इस्पात उचित मल्य पर उपलब्ध कराया जाना चाहिए।