आत्मनिर्भरता नहीं, बल्कि हमारा लक्ष्य होना चाहिए प्रतिस्पर्धीभारत: Murmu
- मार्च 11, 2024
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राष्ट्रपति द्रौपदीमुर्मू ने कहा कि यह युग परिवर्तन का दौर है। उनके इस कथन को प्रधानमंत्री के शब्दों से जोड़िए, वह कहते हैं, यह भारत का समय है। भारत अब आगे बढ़ रहा है। उन्नत तकनीक हमारे जीने के तरीके को बदल रही है।
राष्ट्रपति ने कहा कि हमें अपने देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का सुनहरा अवसर मिला है। हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रत्येक नागरिक का योगदान, महत्वपूर्ण होगा। इसके लिए मैं सभी देशवासियों से संविधान में निहित हमारे मूल कर्तव्यों का पालन करने का अनुरोध करूंगी। ये कर्तव्य, आजादी के 100 वर्ष पूरे होने तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में, प्रत्येक नागरिक के आवश्यक दायित्व हैं।
सरकारों को अपनी नीति इस तरह से बनानी चाहिए कि जो राष्ट्र को सुरक्षित अर्थव्यवस्था की ओर लेकर जाए। जिससे धन और उत्पादन के साधनों का सामान्य एकत्रीकरण नहो।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है। जो साबित कर रहा है कि हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। हमारी जीडीपी वृद्धि दर हाल के वर्षों में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक रही है। इस बात पर विश्वास करने के अनेक कारण है कि 2024 असाधारण प्रदर्शन वाला साल रहा है, यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
2022-23 में हमारा व्यापारिक निर्यात रिकॉर्ड 456 बिलियन डॉलर का था, जो इस अवधि में विश्व के व्यापारिक निर्यात का 1.8 प्रतिशत था, व्यापारिक निर्यात की मिश्रितकुल वृद्धि दर केवल 5.1 प्रतिशत के आसपास होने की संभावना है। यदि हम पेट्रोलियम उत्पादों और रत्न एवं आभूषण जैसी उच्च मूल्य वाली वस्तुओं के निर्यात को छोड़ दें तो संभावना है कि अन्य वस्तुओं के निर्यात के आंकड़े और भी निराशाजनक हो सकते हैं।
हाल के वर्षों में, विशेष रूप से 2020 में आयकर दरों में गिरावट के बाद भी हम अंतरराष्ट्रीय स्तर सेवा देने में अग्रणि है। लेकिन इन आंकड़ों पर इसलिए गौर नहीं किया जा सकता क्योंकि इनका रिकॉर्ड निर्यात किए गए माल की तरह गणना में नहीं आता। निर्यात माल की बिलिंग होती है, निर्यात शुल्क लगता है। इसलिए उसका आंकलन करना संभव है।
फिर भी बुनियादी ढांचे के निर्माण और रखरखाव लागत को कम करने के सरकार के प्रयासों के बावजूद, हम अभी तक विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धीनहीं बन पा रहे हैं। यदि हम 2047 तक एक विकसित देश बनना चाहते हे कि हमें आत्मनिर्भर भारत नहीं बल्कि प्रतिस्पर्धीभारत के लिए प्रयास करना होगा।
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