Fitch rating

Private Banks Will Take More Market Share: Fitch


Rating agency Fitch has said that private sector banks in India have more capacity to handle losses than public sector banks (PSBs), due to which they can get more market share in comparison to state-run banks in the medium term.

The deficit absorbing buffer of the private sector, especially the increased capital base, strengthening deficit recognition capability and less disruption of activities, will help them to gain market share. However, this benefit is unlikely to be available immediately as banking sector debt growth may remain sluggish. Fitch has said that it will only benefit if there is a sustainable recovery in the event of an epidemic.

Meanwhile, private sector banks have increased their market share in terms of property and debt. Most of the gains have occurred over the course of 5 years. Government banks are suffering from huge losses, impaired loans and low capitalization due to the Coronavirus epidemic.


ज्यादा बाजार हिस्सेदारी लेंगे निजी बैंक: फिच


रेटिंग एजेंसी फिच के अनुसार भारत के निजी क्षेत्र के बैंकों में सरकारी बैंकों (पीएसबी) की तुलना में घाटे को संभालने की क्षमता ज्यादा है, जिसकी वजह से वे मध्यावधि के हिसाब से सरकारी बैंकों की तुलना में ज्यादा बाजार हिस्सेदारी हासिल कर सकते हैं।

निजी क्षेत्रों के घाटे को अवशोशित करने वाला बफर, खासकर बढ़े हुए पूंजी आधार, घाटे की पहचान की क्षमता मजबूत होने और कवायदों में कम व्यवधान होने से उन्हें बाजार हिस्सेदारी हासिल करने में मदद मिलेगी। बहरहाल यह लाभ तत्काल मिलने की संभावना नहीं है क्योंकि बैंकिंग क्षेत्र की कर्ज की वृद्धि सुस्त रह सकती है। फिच ने कहा है कि इसका तभी कोई लाभ होगा, जब महामारी से पैदा हुुई स्थिति में टिकाऊ रिकवरी हो।

इस दौरान निजी क्षेत्र के बैंकों ने संपत्ति कर्ज के मामले में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई है। ज्यदातर लाभ 5 वर्षों के दौरान हुआ है। कोरोनावायरस महामारी के बार सरकारी बैंक भारी नुकसान, इंपेयर्ड लोन और कम पूंजीकरण की समस्या से जूझ रहे हैं।