Production will be affected as migrant workers return to their home town
- अप्रैल 22, 2021
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Lockdown fear is haunting among migrant workers transport facilities are in functional. Although workers from Bihar, UP and MP have started to return their homes amidst fear of lockdown. Industrialist spoke to Ply Insight have confirmed the reports. They are not refusing any request from the workers who are willing to return.
Although, centre and Haryana govt had repeatedly refused any chances of lockdown. Yet, current spurt of second wave in other states made all fearful. That’s why neither industrialist nor the workers are taking any chances.
“Every workers had joined back to their work when unlock was announced last year. And if they are willing to stay with their families, during this hard time, they should not be stopped”, says Mr. Bimal Chopra of Metro Plywood. “If the situation persist for LESS or NO production, we should accept it gracefully. Harmony and good understanding is essential with workers”. He added.
प्रवासी मजदुरों के पलायन से उत्पादन कम होने की संभावना
क्योंकि अभी तो घरों में वापस जाने के साधन उपलब्ध भी हैं। परिस्थितियां आगे कैसे मोड़ लेती है, अनिश्चित है।
बिहार उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश मजदुरों का पलायन शुरू हो गया है। उद्योगपतियों ने प्लाई इन्साइट से बातचीत में बताया कि पिछले वर्ष के अनुभवों से भयभीत मजदुरों ने अपने घरों को वापस लौटना शुरू कर दिया है। मजदुरों की ओर से ऐसे किसी भी घर लोटने के आग्रह को ठुकराया नहीं जा रहा है।
हालांकि हरियाणा एवं केन्द्र सरकार ने बार-बार कहा है कि प्रदेश में लाॅकडाउन लगाने की कोई संभावना नहीं है। लेकिन दुसरे प्रांतों की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए सभी के मन में एक भय व्याप्त है। इसलिए उद्योगपति और मजदुर दोनों ही खतरा मोल लेने को तैयार नहीं है।
मेट्रो प्लाइवुड के श्री बिमल चोपड़ा ने कहा कि ‘‘पिछले वर्ष भी लाॅकडाउन की समाप्ति के बाद सभी कर्मचारी स्वयं ही वापस आ गये थे। अब भी सभी, अपने परिवार के बिच इस कठिन समय को गुजारना चाहते हैं, तो किसी को मना नहीं किया जाना चाहिए। ’’ उन्होंने आगे कहा कि अगर अगले कुछ दिन या सप्ताह, अगर उत्पादन कम भी होता है, या नहीं भी होता है, तो उस स्थिति को सहर्ष स्वीकार करने में हर्ज नहीं है। काम करने के लिए सारी जिंदगी पड़ी है। कर्मचारीयों के साथ सौहार्द बहुत जरूरी है।