Reason for record GST
- मई 4, 2022
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In the month of April, the GST collection was Rs 1.68 lakh crore. This is 25 thousand crores more than the previous maximum collection. In this boom of GST, the contribution of increase in consumption is less and the contribution of compliance, enforcement and inflation is more.
According to a Research, the GST collection should not give rise to the illusion that consumption in the country is also increasing. Consumption is still just 2 per cent above pre-Covid levels. The reason for record GST collection in April is double-digit wholesale inflation, government measures to check tax evasion, increase in imports and increase in sales of expensive goods. Closing of accounting year 2021-22 may be a major reason for it.
CA Neeraj Garg says e-invoice has been reduced from 50 crores turnover to 20 crores. Perhaps in the next six months, the government will reduce it further to 5 crores. Similarly, in order to avoid errors in input tax credit, input tax is being paid to the buyer only after the return is filed by the seller. Due to all this, the incidents of GST evasion are reducing.
Apart from this, enforcement along with compliance has also played a big role in increasing the tax collection. The department has been running search and seizure operations across the country for the last few months. This is also helping in preventing tax evasion and collecting tax through old liabilities.
रिकॉर्ड जीएसटी की वजह
अप्रैल महीने में 1.68 लाख करोड़ रुपए का जीएसटी कलेक्शन हुआ। यह इससे पहले के अधिकतम कलेक्शन से 25 हजार करोड़ रुपए अधिक है। जीएसटी की इस उछाल में खपत बढ़ने का योगदान कम और कंप्लायंस, इन्फोर्समेंट एवं महंगाई का योगदान अधिक है।
एक रिसर्च के मुताबिक, जीएसटी संग्रह से यह भ्रम नहीं पालना चाहिए कि देश में खपत भी बढ़ रही है। खपत अभी भी प्री-कोविड स्तर से सिर्फ 2 प्रतिशत अधिक है। अप्रैल में रिकार्ड जीएसटी संग्रह का कारण दोहरे अंक में चल रही थोक मंहगाई, कर चोरी रोकने के सरकारी उपाय, आयात में बढ़ोतरी और मंहगे सामानों की बिक्री में इजाफा है। इसके अलावा वित्त वर्ष 2021-22 का समापन भी इसका एक अहम् कारण हो सकता है।
CA नीरज गर्ग कहते हैं ई-एनवॉयस को 50 करोड़ के टर्नओवर से घटाकर 20 करोड़ कर दिया गया है। शायद अगले छह महीनों में सरकार इसे और घटाकर 5 करोड़ कर देगी। इसी तरह, इनपुट टैक्स क्रेडिट में हो रही गड़बड़ियों को रोकने के लिए विक्रेता की ओर से रिटर्न भरने के बाद ही क्रेता को इनपुट टैक्स दिया जा रहा है। इन सबके चलते जीएसटी चोरी की घटनाएं कम हो रही हैं।
इसके अलावा कंप्लायंस के साथ इन्फोर्समेंट ने भी टैक्स कलेक्शन बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाई है। विभाग पिछले कुछ महीनों से देशभर में सर्च और सीजर के ऑपरेशन चला रहा है। इससे भी टैक्स चोरी रोकने और पुरानी देनदारियों के जरिए टैक्स जमा करने में मदद मिल रही है।