Adani Realty, an Adani Group company, has won the Rs 5,609 crore bids for the Dharavi redevelopment project in an attempt to rejuvenate Asia’s largest slum Dharavi.

This area is spread over an area of ​​259 hectares or 2.5 square kilometers. Under the project, 6.5 lakh people living in slums are to be rehabilitated. The project was stuck for several years due to various complications.

The Maharashtra Slum Rehabilitation Authority had invited tenders for the redevelopment of Dharavi on October 1, 2022.

Under this project, each family living in a slum will get a house of 405 square feet area. A four-storey building will be constructed under this project. Dharavi is expected to create over one crore sq ft of space in the next 17 years. Out of this, 70-80 lakh square feet will be constructed for rehabilitation. The rest will be sold.

The plan for the redevelopment of Dharavi was made in the year 1999. The tendering process was done three times in two decades. Tender was again invited for the fourth time. In the new proposal for Dharavi redevelopment, the condition of having an Indian company was kept.

Under the state government scheme, valid slum dwellers up to January 1, 2000 will be given houses free of cost, while rest of the slum dwellers will get 300 sq. ft. houses based on the construction cost. The project was estimated to cost Rs 28,000 crore, which is now expected to increase by 20 to 30 per cent. The total time frame of the project is seven years.


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धारावी के कायाकल्प से रियल एस्टेट में दम


एषिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी के कायाकल्प की कोशिश  में अदाणी समूह की कंपनी अदाणी रियल्टी ने धारावी पुनर्विकास परियोजना के लिए 5,609 करोड़ रूपये की बोली लगा कर जीत ली है।

यह क्षेत्र 259 हेक्टेयर या 2.5 वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैला है। परियोजना के तहत झुग्गियों में रह रहे 6.5 लाख लोगों का पुनर्वास किया जाना है। यह परियोजना विभिन्न जटिलताओं के कारण कई साल से अटकी पड़ी थी।

महाराष्ट स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी ने धारावी के पुनर्विकास के लिए निविदाएं 1 अक्टूबर, 2022 को आमंत्रित की थीं।

इस परियोजना के तहत झुग्गीझोपड़ी में रहने वाले प्रत्येक परिवार को 405 वर्ग फुट क्षेत्र वाले मकान मिलेंगे। इस परियोजना के तहत चार मंजिला इमारत बनाई जाएगी। धारावी में अगले 17 वर्षों में एक करोड़ वर्ग फुट से अधिक जगह तैयार होने की संभावना है। इसमें से 70-80 लाख वर्ग फुट का निर्माण पुनर्वास के लिए किया जाएगा। बाकी बचा हिस्सा बेचा जाएगा।

धारावी के पुनर्विकास की योजना साल 1999 में बनी थी। दो दशक  में तीन बार निविदा प्रक्रिया हो चुकी थी। चौथी बार फिर से निविदा आमंत्रित की गई थी। धारावी पुनर्विकास के नए प्रस्ताव में किसी भारतीय कंपनी के होने की शर्त रखी गई थी।

राज्य सरकार की योजना के तहत 1 जनवरी, 2000 तक के वैध झुग्गीवासियों को मुफ्त में मकान दिए जाएंगे जबकि बाकी झुग्गीवासियों को निर्माण लागत के आधार पर 300 वर्गफुट का आवास मिलेगा। इस परियोजना पर 28,000 करोड़ रूपये खर्च का अनुमान लगाया गया था जिसमें अब 20 से 30 फीसदी बढ़ोतरी की संभावना है। परियोजना की कुल समय सीमा सात साल है।


 

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