The enthusiasm of Indian companies is highest,
- नवम्बर 19, 2021
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The record vaccinations, pent up demand of covid and the tremendous demand generated during the festivals are showing the effect of the enthusiasm of Indian companies. Between July and October this year, optimism has increased among Indian companies the most in the world. This has happened when there has been a lack of optimism in the giant economies like America, China and Britain.
According to the Business Outlook Survey by London-based IHS Market, which provides information, between June and October, the manufacturing, services sector and the combined business optimism of both ranged from 12% to 14%. During this period, business optimization was positive in Japan, Brazil and Russia in the manufacturing, services sector, but nowhere the figure reached even close to 10 percent. It remained below zero in all other major countries.
The increasing confidence level of companies in the survey means that the outlook of the Indian economy is improving. The survey report says that in the coming months, companies intend to increase spending and invest in research to grow the business.
भारतीय कंपनियों का उत्साह सर्वाधिक,
कोविड के रिकॉर्ड टीकाकरण, पेंट अप डिमांड और त्योहारों के दौरान निकली जबरदस्त मांग का असर भारतीय कंपनियों के उत्साह पर नजर आ रहा है। इस साल जुलाई से लेंकर अक्टूबर के बीच बिजनेस बेहतर होने को लेकर उम्मीद (ऑप्टिमिज्म) भारतीय कंपनियों में दुनिया में सबसे ज्यादा बढ़ी है। यह तब हुआ है जब अमेरिका, चीन और ब्रिटेन जैसी दिग्गज अर्थव्यवस्थाओं में इस दौरान आशावाद में कमी आई है।
सूचनाएं उपलब्ध कराने वाली लंदन की कंपनी आईएचएस मार्किट की बिजनेस आउटलुक सर्वे के मुताबिक, जून से लेकर अक्टूबर के बीच मैन्युफैक्वरिंग, सर्विसेस सेक्टर और दोनों का कम्पोजिट बिजनेस ऑप्टिमिज्म 12 प्रतिशत से 14 प्रतिशत तक रहा। इस दौरान जापान, ब्राजील और रूस में भी मैन्युफैक्वरिंग, सर्विसेस सेक्टर को लेकर बिजनेस ऑप्टिमिज्म पॉजिटिव रहा, लेकिन कहीं भी आंकड़ा 10 प्रतिशत के करीब भी नहीं पहुंचा। अन्य सभी बड़े देशों में यह शून्य से नीचे रहा।
सर्वे में कंपनियों का कांफिडेंस लेवल बढ़ने का मतलब है कि भारतीय अर्थव्यवस्था का आउटलुक सुधर रहा है। सर्वे रिपोर्ट कहती है कि आगामी महीनों में कंपनियां बिजनेस बढ़ाने के लिए खर्च में इजाफा करने और रिसर्च में निवेश बढ़ाने का इरादा रखती हैं।