आपूर्ति के वैश्विक झटकों से जोखिम
- नवम्बर 29, 2023
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युद्ध और वैश्वीकरण के बीच बंटती हुई दुनिया में खाद्य तथा आपूर्ति श्रृंखला बुरी तरह बिगड़ गई है।
भारतीय वित्त मंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि दुनिया भर के देशों को सोचना चाहिए कि वे अपना भोजन कहां से लाएंगे। उन्हें अनाज एवं आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए तो क्षेत्रीय संतुलन बनाने और वैश्विक जोखिमों का ध्यान रखना होगा।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर ने बाद में कहा कि महंगाई दर को प्रभावित करने वाले बड़े और आपूर्ति के व्यापक झटकों की बार बार होने वाली घटनाओं से मौद्रिक नीति की विश्वसनीयता को जोखिम है। इसलिए मौद्रिक नीति की सतर्कता और आवश्यक होने पर कदम उठाने की जरूरत है।
बार बार लगने वाले आपूर्ति के झटकों से महंगाई के उतार चढ़ाव की घटनाएं सामान्य हो जाती हैं, जिससे मौद्रिक नीति की विश्वसनीयता को संभावित रूप से हानि पहुंचने और महंगाई अनुमान के मुताबिक न रहने का जोखिम बढ़ता है।
कीमत में स्थिरता के बगैर वृद्धि टिकाऊ नहीं रह सकती है क्योंकि क्रय शक्ति की कमी रहने से जीडीपी विस्तार और रोजगार का लाभ नहीं मिल सकेगा।