वाणिज्यिक जानकारी वास्तव में उस उद्यम की अपनी बौद्धिक संपदा है, जो उस उद्यमी ने खुद से तैयार किया है। जिसके बारे में उस उद्यम के दूसरे लोगों को पता नहीं होता। बौद्धिक संपदा बहुत मूल्यवान होती है। ऐसे में यदि कोई उद्यमी इसकी चोरी कर या किसी अन्य गलत तरीके से लेकर अपने उद्यम में इसका प्रयोग करता है तेा यह बौद्धिक संपदा का दुरूपयोग है।

जब किसी पेटेंट किए गए आविष्कार या ट्रेडमार्क का उपयोग उनके मालिकों की मंजूरी के बिना किया जाता है तो यह ‘‘पेटेंट उल्लंघन‘‘ या ‘‘ट्रेडमार्क उल्लंघन‘‘ में माना जाता है। जब किसी वाणिज्यिक जानकारी का उपयोग यह इसलिए है, किसी भी विचार को अमल में लाने के लिए काफी मेहनत, समय और पैसा लगता है।

निर्यातक और निर्माता अपने उत्पादों को ग्राहक की मांग के अनूरूप तैयार करने में काफी शोध करते हैं, इसमें भी उनका पैसा और समय लगता है। अब यदि कोई दूसरा इस शोध की नकल करता है तो जाहिर है इसे तैयार करने वाले को नुकसान होगा।

डब्ल्यूआईपीओ गाइड में इस बारे में जानकारी दी गई है कि इस तरह के शोध और परिणाम व ज्ञान को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। जब कोई दूसरा गलत तरीके से इस शोध, परिणामण ज्ञान को चुरा कर या कॉपी करके अनुचित लाभ उठाता है, तो इस स्थिति में क्या कदम उठाने चाहिए। निर्यातकों और आयातकों को ऐसे बेईमान तत्वों के खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई करने के अपने विकल्पों से परिचित होना चाहिए।