व्यापार में बढ़ते अवसरों के साथ कमियों को दूर करना भी महत्त्वपूर्ण
- अक्टूबर 9, 2023
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भारत एक मजबूत अर्थव्यवस्था है जिसने यह विश्वसनीयता अर्जित की है कि वह दीर्घकालिक वित्तीय प्रतिबद्धताओं को निभा सकता है। कार्यकारी निर्णय और सामाजिक अपेक्षाओं और संस्थाओं में दीर्धकालिक बदलाव दोनों मामलों में हमें यथासंभव प्रयास करने होंगें।
इस समय परिस्थितियां पूरी तरह अनुकूल तो नहीं हैं लेकिन हमारे पास एक जटिल अर्थव्यवस्था गतिमान है जो हमारी, हमारी सुविधाओं और प्रक्रियाओं तथा सीमाओं और प्रतिबंधों के बावजूद वृद्धि हासिल कर रही है।
हमारी ताकत यह है कि तमाम बाधाओं के बावजूद आर्थिक वृद्धि की दिशा में हमारे साझा प्रयास कारगर हैं। हमारी यह गति अपने आप में अतिरिक्त वृद्धि को संभव बनाती है, बशर्ते कि हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को समावेशन के साथ जोड़ सकें।
यह कई स्तरों पर होना चाहिए क्योंकि कौशल, गतिविधियों और संगठनों के मामलों में लोगों और उपक्रमों की कई परतें हैं। हमारी व्यापक सेवा जरूरतें ऊर्जा, जल, स्वच्छता, संचार, परिवहन, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षण और कौशल आदि के रूप में साझा हैं। लेकिन ऐसी भिन्न-भिन्न जरूरतें भी हैं जो अधिक परिष्कृत गतिविधियों के लिए अधिक ऊंचे स्तर की मांग करती हैं। उदाहरण के लिए अधिक कुशल कर्मचारी, मशीनरी या उच्चस्तरीय विनिर्माण।
कई क्षेत्रों में ऐसी ही कमियों को दूर करने की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए शिक्षा और कौशल, प्रक्रियागत अनुशासन तथा गुणवत्ता और समय के लिए मानकों को पूरा करना। हम जुगाड़ से काम चलाने पर गर्व कर सकते हैं लेकिन बेहतर उत्पादों के विनिर्माण के लिए जरूरी है कि न्यूनतम चूक हो। फिर चाहे बात साधारण से दिखने वाले प्लग की हो या जेट इंजन की।
ऐसे सुधारों के लिए दूरदर्शी नेतृत्व तथा उद्देश्यपूर्ण रुख अपनाने की आवश्यकता होती है। साथ ही शिक्षा और प्रशिक्षण में तेज सुधार करने की भी आवश्यकता होती है ताकि ज्यादा तादाद में कुशल लोगों को प्रशिक्षित और नियुक्त किया जा सके और बेहतर अनुशासन के साथ सभी क्षेत्रों में सभी स्तरों पर गुणवत्ता और मानकों का ध्यान रखा जा सके।
जरूरत यह है कि कई क्षेत्रों में गुणवत्ता प्रदर्शन को ढांचागत तरीके से बढ़ावा दिया जाए। ऐसा केवल उच्च पेशेवर स्तरों पर ही नहीं है जहां हमें अनुशासन और उत्कृष्टता की आवश्यकता है। सामान्य भाषा में कहें तो चीजों को कारगर होना होता है, उन्हें सही ढंग से और सही समय पर अंजाम देना होता है और इसके लिए बहुत शुरुआत से ही काम करना होता है।