गुजरात प्लाईवुड मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के सहयोग से एफआरआई देहरादून में पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर
- जून 11, 2024
- 0
प्लाईवुड में नई तकनीक को बढ़ावा देने और बीआईएस के प्रति उद्योपगतियों को जागरूक करने के लिए एफआरआई देहरादून में गुजरात प्लाईवुड मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के 42 सदस्यों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए डब्ल्यूटीए के प्रेजिडेंट सुभाष जौली ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर में आए हुए प्रतिभागियों को प्लाईवुड की नई तकनीक की जानकारी तो दी ही गई। इसके अलावा भविष्य में क्या क्या बदलाव इस उद्योग में हो रहे हैं। कैसे कॉस्ट कटिंग करते हुए कच्चे माल का बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाता है, जैसी जानकारी भी साझा किए गए।
एफआरआई के वैज्ञानिक डा. डीपी खली ने बताया कि संस्थान की ओर से तरह के कार्यक्रम नियमित अंतराल पर आयोजित किए जाते रहते हैं। हमारी कोशिश रहती है कि देश भर के प्लाईवुड निर्माता, आरा मशीन संचालकों समेत लकड़ी से जुड़े हर उद्योगपतियों के साथ साथ इस उद्योग से जुड़े हर व्यक्ति को तकनीक से जोड़ा जाए। इसी को ध्यान में रखते हुए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
कार्यक्रम में डब्ल्यूटीए के मनोज ग्वारी ने बताया कि यह बहुत ही अच्छा मौका है। उन्होंने कहा कि गुजरात में प्लाईवुड की बेहतर संभावनाएं है। क्योंकि उनके नजदीक बंदरगाह है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में गुजरात प्लाईवुड के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करेगा, ऐसा मेरा मानना है।
प्रशिक्षण लेने आए शिष्टमंडल को लीड रहे प्लाईवुड निर्माता केतन केसरानी ने बताया कि उन्होंने यहां प्लाईवुड की बारीकियों को सीखा है। सीजिनिंग और आरएंडडी पर क्या ध्यान दिया जाना चाहिए,इसकी जानकारी भी उन्हें यहां मिली है। निश्चित ही इस तरह का कार्यक्रम उनके लिए बहुत ही लाभप्रद रहा है।
प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रहे जितेंद्र शाह हेमंत पटेल और पंकज पटेल ने बताया कि उन्हें यहां नई जानकारी सीखने को मिली। इस तरह के कार्यक्रम नियमित अंतराल पर आयोजित होते रहने चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में सुभाष जौली ने कहा कि गुजरात एसोसिएशन की ओर से जो शुरुआत की गई है, वह शुरुआत अब बाकी प्रदेश की प्लाईवुड एसोसिएशन को भी करनी चाहिए।
QCO लागू होने से अब गुणवत्ता मानकों पर ध्यान देना जरूरी हो गया है। इसके लिए हमें पता होना चाहिए कि कैसे हम अपने उत्पाद की गुणवत्ता को बढ़ा सकते हैं। यह संभव है, बस इसके लिए जानकारी चाहिए।
सुभाश जौली ने एफआरआई का धन्यवाद करते हुए कहा कि यहां के वैज्ञानिक व प्रबंधन हर वक्त लकड़ी उद्योग को प्रोत्साहित करने के काम में लगा हुआ है,जिससे देश में यह उद्योग विकास की नई ऊंचाई छू रहा है।
👇 Please Note 👇
Thank you for reading our article!
If you don’t received industries updates, News & our daily articles
please Whatsapp your Wapp No. or V Card on 8278298592, your number will be added in our broadcasting list.