GST Rate

जीएसटी दरें साल में एक ही बार बदलें


केंद्र सरकार वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) की दरों में साल में सिर्फ एक बार बदलाव करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। मौजूदा दौर में दरों में समय समय पर बदलाव करने का प्रावधान है।

समय समय पर बदलाव करने के प्रावधान से अनिश्चितता आती है और इससे कारोबार पर बुरा असर पड़ता है क्योंकि यह अनुमान नहीं लगाया जा सकता है कि पूरे साल के लिए कितनी राशि अलग रखी जाए। सरकार भी यह नहीं जानती है कि कितना राजस्व आएगा। ऐसे में हम सचमुच जीएसटी परिषद के समक्ष यह प्रस्ताव लाने पर विचार कर रहे हैं, जिसमें दरों को तार्किक बनाने का काम साल में सिर्फ एक बार किया जाए। इसके अलावा राज्य भी जीएसटी दरों में कटौती को लेकर अपनी आवाज उठा सकते हैं।

साथ ही आयकर में दो कर व्यवस्था में करदाताओं को निवेश के व्यापक विकल्प होंगे, जिसमें शेयर बाजार और बाॅन्ड मार्केट के डेट इंस्ट्रूमेंट में निवेश शामिल है, जहां मुनाफा बचत के परंपरागत निवेश विकल्पों की तुलना में बराबर या उससे ज्यादा है।

सीतारमण ने कहा, ‘जिन लोगों को लगता है कि वे छूट के माध्यम से ही बचत कर सकते हैं, वे पुरानी व्यवस्था जारी रख सकते हैं। जिन्हें लगता है कि वे अपने धन के बारे में उचित फैसला लेेने में सक्षम हैं, उनके हाथ में नई प्रणाली से ज्यादा पैसे आएंगे और उन्हें अपनी आमदनी अपनी इच्छा के मुताबिक निवेश में लगाने की आजादी होगी। कोई जरूरी नहीं है कि बैंक में जमा या डाकघर जमा या सावधि जमा से ही बचत हो। अब बचत शेयर बाजार में जा सकती है या बाॅन्ड बाजार में उसे डेट में निवेश किया जा सकता है, जिसके मुनाफा पहले के निवेशों के बराबर या उसकी तुलना में ज्यादा है।