Realty developers may see a

Realty developers may see a 20% fall
in housing prices, says Deepak Parekh


Realty developers may see a“Next six months are going to be extremely tough. You need liquidity. Get the cash flows coming by selling properties at whatever prices you get. Don’t sit on the completed properties,” HDFC Chairman Deepak Parekh said recently.

He said it was an excellent buying opportunity for potential homebuyers with job security and savings.

Developers, he said, should be careful about leverage. “In boom times, it amplifies profitability and in bad times, it kills,” he said, adding that they should consider the moratorium announced by the government as the “last resort”.

Across the top seven cities, developers had an unsold inventory of 455,000 units worth Rs 3.7 trillion at the end of March, according to consultancy firm JLL.

Parekh said developers had to “compromise” on many aspects during these times.

“Take home less money this year and leave more money in the business. Cut expenses and be stingy in expenses,” he said. Developers should focus more on completing projects even at the cost of launching new ones, he added.

It was said in a video call, attended by about 5,500 developers and jointly organised by industry bodies Naredco and Credai.


20 फीसदी तक घट सकते हैं प्राॅपर्टी के दाम


दीपक पारेख चेयरमैन, एचडीएफसी ने कहा, ‘अगले छह महीने बेहद कठिन होने जा रहे हैं। आपको नकदी की जरूरत है। प्राॅपर्टी की जो कीमत मिल रही है उस पर बेच दीजिए और नकदी का प्रवाह सुनिश्चित कीजिए। पूरी तरह तैयार हो चुकी प्राॅपर्टी को रोककर रखने की जरूरत नहीं है।’ उन्होंने साथ ही कहा कि जिन लोगों के पास सुरक्षित नौकरी और बचत पूंजी है, उनके लिए यह घर खरीदने का अच्छा मौका है। वे संभावित खरीदार हो सकते हैं।

एचडीएफसी के चेयरमैन ने कहा कि डेवलपरों को अपने मुनाफे के बारे में सावधान रहना चाहिए। जब मांग बढ़ती है तो मुनाफा बढ़ता है और जब बुरार समय आता है तो मुनाफा प्रभावित होता है। उन्हें अंतिम उपाय के तौर पर सरकार द्वारा घोशित मोहलत पर विचार करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस नाजुक मौके पर डेवलपरों को कई मोर्चों पर समझौता करना पड़ेगा। पारेख ने कहा कि इस साल कम पैसा घर ले जाइए और ज्यादा पैसा कारोबार के लिए छोड़ दीजिए। खर्च में कटौती करें और कंजूसी दिखाइए। डेवलपरों को नई परियोजना शुरू करने के बजाय पुरानी परियोजनाओं को पूरा करने में ध्यान देना चाहिए।

रियल एस्टेट से जुड़ी संस्थाओं नरेडको और के्रेडाई ने संयुक्त रूपसे इस वीडियो काॅल का आयोजन किया था और इसमें 5,500 डेवलपरों ने हिस्सा लिया।