Policy and Intention : Both in Interest of Farmers : Modi
- January 13, 2021
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Prime Minister Narendra Modi, in his speech through video conferencing at the 93rd Annual Meeting (AGM) of the Federation of Indian Commerce and Industry (FICCI), laid special emphasis on farmers. He said that the more support we get for the farmers, the more we invest, the stronger the farmers and the country will be. The government wants the interest of farmers with its intention and policy.
10 important things of Modi’s speech
If the farmer is prosperous, the country will prosper
Today India’s agriculture sector is more vibrant than before. Today, farmers have the option to sell outside the mandis. They can buy and sell on digital medium also. If the farmer is prosperous, the country will prosper.
If the farmers get support, then the country will also become stronger
The private sector has not invested as much in agriculture in our country. There has been a problem of cold storage here. There is a problem of fertilizer, it is imported. Entrepreneurs should come forward for this. The more support the farmers get, the move we invest and the stronger the farmer and the country will be.
Farmers will get new markets, options
Farmers will be the biggest beneficiaries of the reforms in the agriculture sector. There used to be a wall between the agriculture sector and its juvenile sector, whether it was food processing, cold chain. Now it is being removed. Now farmers will get new markets and new options. There will be more investment in agriculture.
Emphasis on multiple connectivity
Today, reforms have been carried out in every sector. Be it mining, defense or space, most areas have created a tradition of countless opportunities. Multiple connectivity is being emphasized in logistics. If you build walls between one industry and another, then growth will stop. We are working to remove these walls.
Technology reached a large population
The Aadhaar system was strengthened by removing all the obstacles in India. Direct Benefit Transfer, the world’s largest transfer system, is operating in India. Many people are saying that many countries should learn from this model of India. India has brought technology to a large population.
Increase facilities in villages
Every month 4 million crore transactions are being done from UPI. Small shopkeepers and street vendors are also transferring money from it. For some people, villages mean areas where there is inconvenience in movement and convenience. Now the conditions here have also changed. 98% of the roads in the village have been connected to the Pradhan Mantri Sadak Yojana. There are schools and markets in the village. The expectations of the villagers have increased.
The situation deteriorated rapidly this year, the faster it is improving
We have seen a lot of changes in T-20 matches. But this year of 20-20 has beaten everyone. The world has gone through so many ups and downs, after a few years when we will remember the Corona period, no one will believe it. The best thing is that as fast the situation deteriorated, the faster the improvements are also.
Current Indicators are Encouraging
When the epidemic started, there were many uncertainties. There was the question in everyone’s mind, how would everything be alright. Everyone in the world was mingled in these questions. Now the situation has changed. Now we have the answer and a roadmap also. Now indicators are encouraging. What we have learned in times of crisis has reinforced the future. The credit goes to entrepreneurs, farmers, industrialist and people. In a country that saves its people in times of epidemics, do have the power to rebound with double the strength.
Be industries more independent
The world is amazed by the policies India has put in and the handling of situation. In the last 6 years, the trust of the world which was built on us, has become stronger in the last months. Foreign investors have made record investments. We are working to be a vocal for the local. India’s private sector can not only fulfill our domestic needs, but can also be established globally. We want to have industries more independents.
Taking everyone along
Unsecured is afraid to give opportunities to people around. We have Confidence and Dedication as the government formed with heavy public support. We are working on Sabka Saath, Sabka Vishwas. A decisive government removes the hurdles of others. This government does not believe in keeping it with itself. The earlier government used to keep everything with itself.
नीति और नीयत दोनों से किसानों का हित चाहते हैंः मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (थ्प्ब्ब्प्) की 93वीं वार्षिक बैठक (।ळड) में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने भाषण में किसानों पर खास जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों को जितना सपोर्ट मिलेगा, हम जितना इन्वेस्ट करेंगे, उतना किसान और देश मजबूत होगा। सरकार नीयत और नीति से किसानों का हित चाहती है।
मोदी के भाषण की 10 अहम बातें
किसान समृद्ध होगा तो देश समृद्ध होगा
आज भारत का एग्रीकल्चर सेक्टर पहले से ज्यादा वाइब्रेंट हुआ है। आज किसानों के पास मंडियों के बाहर बेचने का आॅप्शन भी है। वे डिजिटल माध्यम पर भी खरीद-बिक्री कर सकते हैं। किसान समृद्ध होगा तो देश समृद्ध होगा।
किसानों को सपोर्ट मिलेगा तो देश भी मजबूत होगा
जितना हमारे देश में एग्रीकल्चर में प्राइवेट सेक्टर को निवेश करना था, उतना नहीं हुआ। हमारे यहां कोल्ड स्टोरेज की समस्या रही है। फर्टिलाइजर की दिक्कत रहती है, इसे इम्पोर्ट किया जाता है। इसके लिए उद्यमियों को आगे आने चाहिए। किसानों को जितना सपोर्ट मिलेगा, हम जितना इन्वेस्ट करेंगे, उतना किसान और देश मजबूत होगा।
किसानों को नए बाजार, विकल्प मिलेंगे
एग्रीकल्चर सेक्टर में सुधारों को सबसे ज्यादा फायदा किसानों को होने वाला है। एग्रीकल्चर सेक्टर और उससे जुड़े क्षेत्र चाहे फूड प्रोसेसिंग हो, कोल्ड चेन हों, इनके बीच दीवारें हुआ करती थीं। अब अडचनें हटाई जा रही हैं। अब किसानों को नए बाजार और नए विकल मिलंेगे। कृषि क्षेत्र में ज्यादा निवेश होगा।
मल्टीपल कनेक्टिविटी पर जोर
आज हर सेक्टर में रिफाॅम्र्स किए गए हैं। माइनिंग, डिफेंस या फिर स्पेस हो, ज्यादातर क्षेत्रों में अनगिनत अवसरों की परंपरा खड़ी कर दी है। लाॅजिस्टिक्स में मल्टीपल कनेक्टिविटी पर जोर दिया जा रहा है। अगर एक से दूसरी इंडस्ट्री के बीच दीवरों खड़ी कर दे ंतो ग्रोथ रूक जाएगी। हम इन दिवारों को हटाने का काम कर रहे हैं।
बड़ी आबदी तक टेक्नोलाॅजी पहुंचाई
भारत में तमाम रूकावटों को दूर करते हुए आधार सिस्टम को मजबूत किया गया। दुनिया का सबसे बड़ा ट्रांसफर सिस्टम डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर भारत में काम कर रहा है। कई लोग कह रहे हैं कि भारत के इस माॅडल से कई देशों को सीखना चाहिए। भारत में बड़ी आबादी तक टेक्टनोलाॅजी पहुंचाई है।
गांवों में सुविधाएं बढ़ाई
न्च्प् से हर महीने 4 लाख करोड़ का ट्रांजैक्शन हो रहा है। छोटे दुकानदार, रेहडी वाले भी इससे पैसा ट्रांसफर कर रहे हैं। कुछ लोगों के लिए गांवों का मतलब ऐसे इलाकों से है, जहां आने-वाले में असुविधा हो, फैसिलिटीज न हों। अब यहां की स्थितियां भी बदली हैं। प्रधानमंत्री सड़क योजना से गांव की 98 प्रतिशत सड़कें जुड़ चुकी हैं। गांव में स्कूल, बाजार सब हैं। ग्रामीणों की उम्मीदों बढ़ी हैं।
इस साल जिस तेजी से हालात बिगड़े, उतनी ही तेजी से सुधर रहे
हम लोगों ने ज्.20 के मैच में बहुत कुछ बदलते देखा है। लेकिन 20-20 के इस साल ने सभी हो मात दे रही है। इतने उतार-चढ़ाव से दुनिया गुजरी है, कुछ साल बाद जब कोरोना काल को याद करेंगे तो यकीन नहीं आएगा। सबसे अच्छी बात रही कि जितनी तेजी से हालात बिगड़े, उतनी ही तेजी से सुधर भी रहे हैं।
मौजूदा इंडिकेटर्स हौसला बढ़ाने वाले
जब महामारी शुरू हुई थी, तो कई अनिश्चिताएं थीं। सबके मन में यही सवाल था कि सब कैसे ठीक होगा। दुनिया का व्यक्ति इन सवालों में फंसा था। अब स्थिति बदली है। अब जवाब भी है और रोडमैप भी है। अब इंडिकेटर्स हौसला बढ़ाने वाले हैं। संकट के समय जो हमने सीखा है, भविष्य के संदर्भों को मजबूत किया है। इसका श्रेय आंत्रप्रेन्योर, किसानों, उद्यमियों और लोगों को जाता हैं जो देश महामारी के समय अपने लोगों को बचा ले जाता है, वहां की व्यवस्थाएं दोगुनी ताकत के साथ रिबाउंड करने की ताकत रखती हैं।
उद्योग और अधिक स्वतंत्र हों
भारत ने जो नीतिया बनाईं, स्थितियों को संभाला, उससे दुनिया चकित है। बीते 6 साल में दुनिया का जो विश्वास हम पर बना, वो बीते महीनों में और मजबूत हुआ है। विदेशी निवेशकों ने रिकाॅर्ड इन्वेस्टमेंट किया है। हम लोकल के लिए वोकल होने के लिए काम कर रहे हैं। भारत का प्राइवेट सेक्टर हमारी डोमेस्टिक नीड को न सिर्फ पूरी कर सकता है, बल्कि ग्लोबली भी स्थापित हो सकता है। हम चाहते हैं कि इंडस्ट्रीज अैर इंडिपेंडेंट हों।
सबको साथ लेकर चल रहे।
जो इनसिक्योर होता है, वो आसपास के लोगों को अवसर देेने से डरता है। जनता के भारी समर्थन से बनी सरकार का काॅन्फिडेंस और डेडिकेशन होता है। हम सबका साथ, सबका विश्वास पर काम कर रहे हैं। एक निर्णायक सरकार दूसरों की अड़चनों को दूर करती है। ये सरकार अपने पास रखने में यकीन नहीं रखती। पहले की सरकार सब कुछ अपने पास रखती थी।