E-rupi to give DBT benefits Directly
- August 31, 2021
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Prime Minister Narendra Modi on Monday launched a digital direct benefit transfer (DBT) platform called e-RUPI. It aims at making sure that the money transferred b a user, in this case the government, is used exactly for the purpose it is intended to.
The e-RUPI is a one-time voucher payment mechanism developed by the National Payments corporation of India (NPCI). It will be used to connect directly with beneficiaries of the DBT schemes.
To start with, e-RUPI has been launched to transfer benefit schemes of the ministry of health.
Instead of crediting the DBT amount directly to the beneficiary bank account, through the e-RUPI, an equivalent amount voucher will be sent directly to the beneficiary’s mobile phone in the form of an SMS string, or a QR code.
The beneficiary will have to show the SMS or QR code to specific centers where it can be redeemed with a code delivered to the same mobile number.
It will be targeted for a specific purpose and cannot be used for any other thing. For example, if the e-RUPI has been sent to the beneficiary to avail vaccination, it can be used at the vaccination centre only. this would ensure that the “money is utilized for the same purpose it is given for,” Modi said while inaugurating the facility.
Earlier, as the benefit amount used to get directly credited to the account of the beneficiary, it was possible to withdraw and use it for, say, consumption purposes. With the new transfer scheme, that can be plugged.
ई-रूपी से आप तक सीधे पहुंचेगा पैसा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ई-रूपी नाम के एक डिजिटल प्रत्यक्ष लाभ (डीबीटी) अंतरण मंच की शुरूआत की जिसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि इस मामले में उपयोगकर्ताओं को ट्रांसफर किए गए पैसे का इस्तेमाल ठीक उसी मकसद के लिए किया जाए जो उसका लक्ष्य है।
ई-रूपी भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा तैयार की गई एक वाउचर भुगतान प्रणाली है जिसका इस्तेमाल डीबीटी योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे जुड़ने के लिए किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय की योजनाओं की रकम के हस्तांतरण से शुरूआत की गई हैं। डीबीटी के हस्तांतरण के लिए ई-राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में जमा करने के बाजय ई-रूपी के माध्यम से एक समान राशि वाला वाउचर सीधे लाभार्थी के मोबाइल फोन पर एसएमएस स्ट्रिंग या क्यूआर कोड के रूप में भेजा जाएगा।
लाभार्थी को एसएमएस या क्यूआर कोड विशिष्ट केंद्रों को दिखाना होगा जहां उसे उसी मोबाइल नंबर पर भेजे गए कोड के साथ भुनाया जा सके। इसे किसी खास मकसद से लक्षित किया जाएगा और किसी भी अन्य चीज के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर अगर ई-रूपी को टीकाकरण का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी के पास भेजा गया है तो केवल टीकाकरण केंद्र पर ही इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
पीएम मोदी ने इस सुविधा का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘इससे यह सुनिश्चित होगा कि धन का उपयोग उसी उद्देश्य के लिए किया गया है जिसके लिए यह दिया गया है। इससे पहले लाभ की राशि सीधे लाभार्थी के खोते में जमा होती थी और फिर इसे निकालकर उपभोग आदि के मकसद से इसका इस्तेमाल करना संभव था। नई हस्तांतरण की योजना में यह रोका जा सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डीबीटी यह सुनिश्चित करता है कि पैसा लाभार्थी तक पहुंचे और किसी गलत हाथों में न चला जाए। डीबीटी के जरिये 90 करोड़ से अधिक नागरिकों को फायदा मिला है जिनमें पीएम किसान सम्मान निधि, सार्वजनिक वितरण सेवाएं, एलपीजी गैस सब्सिडी आदि योजनाएं शामिल हैं।