Akhilesh Chitlangia – Duro
- August 10, 2022
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Plywood will maintain its market power despite rising demand for MDF
Considering that wood plantation of 2-3 years can be used for MDF, many plywood manufacturers are now attracted to MDF and particle board. The reason is evident. There is a scarcity of wood due to absolutely no plantation of saplings for over a decade. Nevertheless, in the opinion of the Director of Duroply Industries, Akhilesh Chitlangia, “The issue of scarcity of wood will calm down in the coming four years, thereby triggering a growth of plywood industry as well.” Here are some excerpts from his conversation with Plyinsight.
PI: There is an increase in timber scarcity?
A: Yes, indeed there is. But one advantage of the low timber supply is that there is a positive change in the attitude of industrialists towards agro-forestry farmers. Farmers who often received a biased and inequitable amount due to market volatility for timber are now receiving an adequate rate. As an impact, not merely farmers are getting encouraged towards plantation of saplings, but continuous growth in the industry can also be expected in the succeeding decade as everyone is expressing their interest in expanding capacity in their plywood factories.
PI: Can premature harvesting of trees for MDF lead for a timber crisis for plywood?
A: No, it’s not like that. Alternatives are always there. Plywood and MDF will get their required timber supply. MDF cannot prevent/retain all the supplies to the plywood industry. Just 20 year ago, it was unimaginable that there would be plenty of Eucalyptus for us. Yet it is available in abundance at this time. So there is no reason for concern under the present circumstances.
It is a fact that the MDF industry can use 2/3 years timber, whereas plywood needs the trees from 5 to 6 years for the same purpose. Consequently, MDF can emerge as a challenge in procuring raw materials for plywood. Plywood manufacturers will definitely have to pay a fair price to agroforestry farmers to retain and maintain the consistent supply of timber.
PI: Should we assume that MDF can threat the existence of plywood?
A: To be honest, MDF was already in high demand in India, but it went unnoticed as its import was unbarred. But now, as it is being noticed, there will certainly be a attraction for MDF in the country in the next 10 years. However this does not mean that MDF will completely replace plywood. There are a couple of reasons for that. Firstly, a good carpenter or architect still prefers using ply because MDF furniture is not at par excellence as compared to ply furniture to some extent. For example, MDF can swell during the summer season, but that is not the case with plywood.
PI: Still, isn’t this situation a matter of concern for the plywood manufacturers?
A: No. This isn’t a matter of concern as there’s a huge potential for growth in the housing sector in India, resulting in the perpetual demand for plywood. Even if we consider a probability of an increase in the demand for MDF by 40%, the demand for plywood will also continue to shoot up annually by 20%. Accordingly, our focus should be on enhancing the potential for future possibilities instead of worrying needlessly.
PI: What steps are being followed by Duro to ensure a consistent supply of raw material?
A: We procure raw material as per FSC norms, and use only agro-forestry timber. Gone are the days when raw materials used to come from the forest. We are ensuring the adequate availability of timber with Fast Timber Rotation and spreading awareness among farmers to plant more saplings so that we can get an uninterrupted supply of raw materials while securing the environment as well.
What is Duro Plus ?
Duro Plus is the most innovative thing to happen to the Plywood industry in the last 60 years.By introducing a unique range of 10ft and 9′ Plywood, Block Boards and Doors; we have added a new chapter in Plywood history. Duro Plus is ideal for innovative architectural solutions that require jointless applications.
PI. How does it helps consumer?
A: Reason behind introducing of 10 ft plywood is that it is on high demand as for long heightened walls in homes, hotel lobbies, banquet halls etc.
It is perfectly complemented as because….
1. It is Easy to install which saves time
2. It’s Seamless performance adds the beauty of interiors
3. It Require Less Manpower
4. It requires Less usage of supporting material (like adhesive or nails)
5. Architects can innovate due to Less wastage of product.
And Yes 10 ft plywood is also available in Decorative Veneers.
It’s in high demand in Architects and Designers as well as among end users.
PI: What steps are being taken to ensure quality?
A: Over a long period of time, our strategy is to enhance the quality of our products by innovating new techniques, and adopting the new technologies in the industry. For generations, we have been committed to providing nothing other than excellent and durable quality plywood products to our valuable customers. For this purpose, our entire team makes every possible effort to develop high-quality plywood and provide it to our customers on regular basis. There is no excuses in this regard in our production process. This ensures that our dealers can confidently push up the goods for sale and the plywood consumers can get utmost contentment at the same time.
एमडीएफ की डिमांड बढ़ेगी, फिर भी मार्केट में प्लाईवुड अपनी पकड़ बनाए रहेगा
काफी प्लाईवुड निर्माता एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड की ओर जा रहे हैं। इसकी वजह भी है, क्योंकि पिछले दस सालों से पौधा रोपण नहीं हुआ। इस वजह से लकड़ी की दिक्कत है। एमडीएफ में क्योंकि दो से तीन साल की लकड़ी भी प्रयोग में आ जाती है। लेकिन अगले चार सालों में यह दिक्कत कम हो जाएगी। इससे प्लाइवुड इंडस्ट्री को भी ग्रोथ मिलेगी। यह मानना है ड्यूरो प्लाई इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर अखिलेश चितलांगिया का, वह प्लाइइनसाइट से बातचीत कर रहे थे। पेश है उनसे बातचीत के मुख्य अंश।
PI लकड़ी की दिक्कत बढ़ती जा रही है?
जी बिल्कुल, लेकिन लकड़ी की कम सप्लाई से एक फायदा यह भी हुआ कि अब कृषि वानिकी करने वाले किसानों के प्रति उद्योगपतियों के नजरिये में बदलाव आया है। पहले उनके साथ बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण ही सही पर मनमानी हो जाती थी। अब ऐसा नहीं है। उन्हें अब लकड़ी का उचित दाम मिल रहा है। इससे किसान भी पौधा रोपण की ओर प्रोत्साहित हो रहा है। इस से उत्साहित होकर अगले दस सालों में इंडस्ट्री लगातार बढ़ने वाली है। प्रायः हर कोई अपनी प्लाइवुड फैक्टरी में विस्तार कर रहा है।
PI एमडीएफ के लिए पेड़ों की कटाई जल्दी होने से प्लाईवुड के लिए लकड़ी का संकट पैदा हो सकता है?
नहीं ऐसा नहीं है। विकल्प हमेशा खुले रहते है। प्लाईवुड को हमेशा लकड़ी मिलती रहेगी, एमडीएफ को भी मिलती रहेगी। ऐसा नहीं होता है कि सिर्फ एमडीएफ को टिंबर मिलती रहे, जबकि प्लाईवुड को न मिले। यह संभव नहीं है। आज से बीस साल पहले, सफेदा के बारे में हम सोच नहीं सकते थे कि इतनी मात्रा में मिल पाएगा। लेकिन आज प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। इसलिए तत्कालीन कमी से परेशान होने की जरूरत नहीं है।
हालांकि यह बात भी सही है कि एमडीएफ प्लांट में दो से तीन साल के पेड़ की लकड़ी उपयोग में आ जाती है। जबकि प्लाईवुड में पांच से छह साल के पेड़ की लकड़ी प्रयोग में आती है। इस वजह से प्लाईवुड के कच्चे माल की आपूर्ति के लिए एमडीएफ चौलेंज बन कर उभर सकता है। इसलिए निश्चित तौर पर प्लाईवुड निर्माताओं को भी लकड़ी उत्पादक किसानों को अच्छे रेट देने ही होंगे।
PI तो क्या यह मान लें अब एमडीएफ से प्लाइवुड को खतरा बढ़ सकता है?
भारत में एमडीएफ की डिमांड तो पहले से ही थी, लेकिन पहले क्योंकि आयात खुला था, इसलिए इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया। लेकिन अब इसे नोटिस किया जा रहा है। इससे निश्चित ही अगले दल सालों तक देश में एमडीएफ का आकर्षण बना रहेगा। लेकिन यह नहीं माना जा सकता कि प्लाईवुड को एमडीएफ शत प्रतिशत रिप्लेस करेगा। इसकी एक नहीं कई वजह है। अच्छे कारीगर या आर्किटेक्ट से यदि बातचीत की जाए तो वह बता देंगे कि वह अभी भी प्लाई का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसकी वजह है, एमडीएफ का फर्नीचर कई मायनों में प्लाई के फर्नीचर से बेहतर नहीं है। जैसे एमडीएफ कई बार गर्मी में फूल जाता है। लेकिन प्लाई से बने फर्नीचर में इस तरह की दिक्कत नहीं है।
PI फिर भी प्लाईवुड निर्माता के लिए यह स्थिति चिंता की बात तो है?
नहीं, चिंता नहीं करनी चाहिए। क्योंकि भारत में यूं भी हाउसिंग सेक्टर में ग्रोथ की बहुत संभावना है। इसलिए प्लाइवुड की डिमांड हमेशा रहेगी। यह हो सकता है कि एमडीएफ 40 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा, तो भी प्लाईवुड की डिमांड सालाना 20 प्रतिशत तक तो बढ़ती रहेगी। इसलिए चिंता करने की बजाय आगे आने वाली संभावनाओं के लिए अपनी क्षमता को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।
PI ड्यूरो रॉ मैटेरियल की नियमित आपूर्ति के लिए क्या कर रही है?
हम एफएससी के मानदंडों के अनुरूप ही कच्चा माल लेते है। कृषि वानिकी वाली टिंबर की लकड़ी का ही प्रयोग करते हैं। वह दिन चले गए जब कच्चा माल जंगल से आता था। फास्ट टिंबर रोटेशन से हम टिंबर की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहे हैं। हम किसानों को भी पौधा रोपण के प्रति जागरूक कर रहे हैं। जिससे पर्यावरण को भी संरक्षण मिले जिसके साथ साथ हमें कच्चा माल भी मिलता रहे।
ड्यूरो प्लस क्या है?
ड्यूरो प्लस पिछले 60 वर्षों में प्लाईवुड उद्योग के लिए सबसे नवीन चीज है। 10 फीट और 9 प्लाईवुड, ब्लॉक बोर्ड और दरवाजे की एक अनूठी श्रृंखला पेश करके, हमने प्लाईवुड के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है। ड्यूरो प्लस उन नवोन्मेषी वास्तु समाधानों के लिए आदर्श है जिसमें जोड़ रहित अनुप्रयोगों की आवश्यकता होती है।
PI यह उपभोक्ता की कैसे मदद करता है?
10 फीट प्लाईवुड को शुरू करने के पीछे कारण यह है कि घरों की लंबी ऊंची दीवारों, होटल लॉबी, बैंक्वेट हॉल आदि के लिए इसकी उच्च मांग है।
यह पूरी तरह से पूरक है क्योंकि ….
1. इसे प्रयोग करना आसान है जो समय बचाता है
2. इसका निर्बाध जोड़ रहित प्रदर्शन इंटीरियर की सुंदरता को जोड़ता है
3. इसके लिए कम जनशक्ति की आवश्यकता होती है
4. इसमें सहायक सामग्री (जैसे एड्हेसीव या कीलों) के कम उपयोग की आवश्यकता होती है
5. उत्पाद की कम बर्बादी के कारण आर्किटेक्ट कुछ नया कर सकते हैं।
और हां 10 फीट प्लाईवुड डेकोरेटिव वीनीयर्स में भी उपलब्ध है।
यह आर्किटेक्ट्स और डिजाइनरों के साथ-साथ अंतिम उपयोगकर्ताओं के बीच भी उच्च मांग में है।
गुणवत्ता को लेकर क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
हमारी रणनीति लंबे समय के लिए रही है। हम उत्पादन में गुणवत्ता वृद्धि को लेकर नए नए प्रयोग करते रहते हैं। जो नयी तकनीक इंडस्ट्री में आ रही है, उसे अपनाया जा रहा है। हमारा हरसंभव प्रयास रहता है कि किस तरह से उत्पाद की गुणवत्ता लगातार विकसित हो सके। हमने पीढीयों से सीखा है कि अच्छी व टिकाउ गुणवत्ता की प्लाई उपभोक्ताओं को हमेशा उपलब्ध हो। उपभोक्ताओं को नियमित तौर पर उच्च गुणवत्ता की प्लाइवुड उपलब्ध कराने के लिए हमारी पुरी टीम काम कर रही है। हमारे उत्पादन प्रक्रिया में इस निमित्त कोई छूट नहीं है. जिससे डीलर भी आत्मविश्वास के साथ माल बेच सके और प्लाइवुड प्रयोग करने वालों ग्राहकों को भी संतुष्टि मिले।