OpenAI's Chatbot ChatGPT

While we were trying to get used to modern technologies like UPI, electric vehicles, laser hair removal at home, crypto currency and digital healthcare, now suddenly we are faced with such a new technology, which is on the brink of another evolution. But can bring it to stand. This is Open AI, started by a San Francisco based company. It has some such features, which are capable of changing some important aspects of our lives forever.

One of the most important features of OpenAI is ChatGPT. It’s like a simple interface, where you ask some questions or make a statement, which is answered by ChatGPT. It gets its content from the internet. Then how did he get separated from Google? The difference is that while Google compiles relevant information from a myriad of web pages to answer any query, ChatGPT provides us with large texts of information that are extremely accurate and everything you want to know, is able to provide in totality. Although, data till 2021 has been compiled in it at present.

ChatGPT has been available free of charge to the general public since last November. In such a situation, what will be the future of us humans? Will AI become more intelligent than even our greatest creative genius? Maybe sooner or later, but yes. Today computers are capable of doing calculations faster than humans could ever do. New technologies will forever change the world of attorneys, accountants, data analysis, fact-checking, design firms, marketing, fashion, etc. present in schools, colleges, law firms. But at the same time we have to have full faith that we humans will be able to use them properly and keep them under control. Because humans can think, adapt. As long as we keep on adapting, we will survive.



ओपनएआई का चैटबॉट चैटजीपीटी

कहां तो हम यूपीआई, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, घर पर लेज़र हेयर रिमूवल, क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल हेल्थकेयर जैसी आधुनिक तकनीकों के अभ्यस्त होने की कोशिश कर ही रहे थे कि अब अचानक एक ऐसी नई तकनीक से हमारा सामना हुआ है, जो हमें एक और इवोल्यूशन की कगार पर ला खड़ा कर सकती है। यह है ओपन एआई, जिसे सैन फ्रैंसिस्को स्थित एक कंपनी ने आरंभ किया है। इसमें कुछ ऐसे फीचर्स हैं, जो हमेशा-हमेशा के लिए हमारे जीवन के कुछ महत्वपूर्ण आयामों को बदलने में सक्षम है।

ओपनएआई के सबसे महत्वपूर्ण फीचर्स में से एक है-चैटजीपीटी। यह एक साधारण-से इंटरफेस की तरह है, जहां आप कुछ प्रश्न पूछते हैं या कोई कथन कहते हैं, जिसका चैटजीपीटी के द्वारा उत्तर दिया जाता है। वह अपना कंटेंट इंटरनेट से प्राप्त करता है। फिर वह गूगल से अलग कैसे हुआ? अंतर यह है कि जहां गूगल किसी भी क्वेरी का उत्तर देने के लिए असंख्य वेब पेज़ेस से प्रासंगिक सूचनाएं संकलित करता है, वहीं चैटजीपीटी हमें सूचनाओं के वैसे बड़े टेक्स्ट मुहैया कराता है, जो अत्यंत सटीक हैं और आप जो भी जानना चाहते हैं, उसे आपको समग्रता में प्रदान करने में सक्षम है। हालांकि फिलहाल इसमें 2021 तक का डाटा ही संग्रहित है।

चैटजीपीटी गत नवंबर से ही सर्वसाधारण को निःशुल्क उपल्ब्ध है। ऐसे में हम मनुष्यों का भविष्य क्या होगा? क्या एआई हमारे सबसे बड़े क्रिएटिव जीनियस से भी ज्यादा बुद्धिमान बन जाएगी? शायद, देर-सबेर ही सही, पर हां। आज कंप्यूटर्स इतनी तेजी से गणनाएं करने मे सक्षम हैं, जितनी मनुष्य कभी नहीं कर सके थे। नई तकनीकें स्कूल, कॉलेज, लॉ फर्मों में मौजूद अटॉर्नी, अकाउंटेट्स, डाटा विश्लेषण, फैक्ट-चेकिंग, डिजाइन फर्म्स, मार्केटिंग, फैशन आदि की दुनिया को हमेशा के लिए बदल देंगी। लेकिन इसके साथ ही हमें इस बात पर पूरा भरोसा रखना होगा कि हम मनुष्य उनका ठीक से इस्तेमाल करने और उन्हें काबू में रखने में सफल होंगे। क्योंकि मनुष्य सोच सकते हैं, अनुकूलन कर सकते हैं। हम जब तक अनुकूलन करते रहेंगे, हमारा अस्तित्व बचा रहेगा।

Natural Natural