Govt’s second stimulus likely this week, may keep industry waiting


After multiple rounds of discussions within the government, Finance Minister Nirmala Sitharaman is likely to announce this week a second round of stimulus package, for the most affected sections of society.

The beneficiaries of the second set of announcements are expected to be micro, small, and medium enterprises, farmers, women, poor, migrant workers, and other marginalised sections of the society.

However, the industries seeking support from the government, and the ones that are worst hit by the lockdown such as aviation, hospitality, automobiles, real estate, and logistics will have to wait. Any support for sectors and big industry will only happen later, once the economic activity normalises to some extent, officials said.

“There are political compulsions for the government. There should not be any negative messaging. The government cannot be overtly seen to be siding with large industry. It should be seen with the people. Hence, the focus for now is the people and the small businesses,” said an official who has been part of deliberations within the government.

Expected measures include a new credit guarantee scheme for MSMEs, further cash and food transfers. There is a proposal for another hike in NREGA payments, and disbursals under the PM-KISAN scheme could be further expedited.
MSME Minister Nitin Gadkari had last week said the government might soon set up a Rs 1-trillion revolving fund for MSMEs to bring in much-needed liquidity for small businesses.

The view in the government is that as far as industry is concerned, measures targeted at reviving them can be announced at a later date. “For now, the focus is on the health care side. The economic focus should remain on the poorest sections of the society. As long as the financial sector is relatively stable, other sectors can be revived once the lockdown is lifted and economic activity sees a greater degree of resumption,” said the official.

As reported earlier, the Centre is unlikely to announce one ‘big-bang’ stimulus package and instead will go for smaller, targeted announcements. This means that even after the upcoming announcements, there will be a series of stimulus packages to revive the economy.


उद्योगों को प्रोत्साहन पैकेज देना एजेंडे में नहीं


सरकार के भीतर कई दौर की चर्चाओं के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस हफ्ते दूसरे दौर की प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा कर सकती है। यह प्रोत्साहन समाज के सर्वाधिक प्रभावित वर्ग के लिए होगी।

दूसरे दौर के प्रोत्साहन के लाभार्थी सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्यम, किसान, महिलएं, गरीब, प्रवासी मजदूर और समाज के दूसरे वंचित तबके हो सकते हैं।

हालांकि, विमानन, आतिथ्य, वाहन, रियल एस्टेट, लाॅजिस्टिक्स और अन्य उद्योग जो सरकार से समर्थन की मांग कर रहे हैं और लाॅकडाउन से सबसे बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं, उन्हें फिलहाल इंतजार करना होगा। अधिकारियों ने कहा कि इन क्षेत्रों और बड़े उद्योगों के लिए कोई सहायता आगे चलकर ही दी जा सकती है जब अर्थव्यवस्था कुछ हद तक सामान्य हो जाएगी।

सरकार के भीतर प्रोत्साहन को लेकर चर्चाओं में शामिल रहे एक अधिकारी ने कहा, ‘सरकार के लिए राजनीतिक मजबूरियां हैं। किसी तरह का गलत संदेश नहीं जाना चाहिए। सरकार स्पष्ट रूप से बड़े उद्योगों के साथ खड़ी नजर नहीं आ सकती है। उसे जनता के साथ दिखना चाहिए। लिहाजा अब ध्यान में आम जनता और छोटे कारोबारी हैं।’ अनुमानित उपायों में एमएसएमई के लिए एक नई ऋण गारंटी योजना, और नकदी व खाद्य अंतरण हो सकता है। मनरेगा भुगतानों में एक बार और वृद्धि की उम्मीद जताई गई है और पीएम किसान योजना के तहत राशि आबंटन में और अधिक तेजी लाई जा सकती है।

एमएसएमई मंत्री नितिन गड़करी ने पिछले हफ्ते कहा था कि सरकार एमएसएमई के लिए शीघ्र ही 1 लाख करोड़ रुपये के सक्रिय कोच की स्थापना कर सकती है ताकि छोटे कारोबारों के लिए अत्यंत जरूरी नकदी मुहैया कराई जा सके।

सरकार का विचार है कि जहां तक उद्योग का प्रश्न है आगे चलकर उनको उबारने वाले उपायों की घोषणा की जा सकती है। अधिकारी ने कहा, ‘फिलहाल के लिए ध्यान स्वास्थ्य क्षेत्र पर है। आर्थिक ध्यान समाज के सबसे गरीब तबकों पर रहना चाहिए। जैसे जैसे वित्त क्षेत्र स्थायी होता जाएगा, लाॅकडाउन के हटने और आर्थिक क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हलचल शुरू होने पर दूसरे क्षेत्रों की सहायता की जा सकती है।’