It takes both time and patience to establish a brand – Ashok Tajpuria
- April 8, 2023
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What are you doing for brand promotion?
It is a different experience to be involved in a world class exhibition like India wood. In which we can continuously register our presence in the market. This time people from east to west and north to south have participated in the exhibition. Here we get an opportunity to get our brand recognized at the national level. That’s why we have been able to make our mark at All India level by first registering our presence in Bangalore and now in Delhi exhibition.
How the distributor will be benefitted
Brand doesn’t establish overnight. It takes time to build an identity. It takes long hours of work and patience too. What matters is the effort you make for your dealer. When we promote our brand in such exhibitions, it creates additional recognition for us and the distributor in the area concerned. We have been able to create a strong presence of our brand in the market. It also gives encouragement to our distributor, when customers inquire about our brand and our brand is enthusiastically discussed and appreciated. This is very important for our distributor. This is our first objective. For which we do not leave any stone unturned.
The industry is in trouble
The prices of timber are increasing day by day. Due to which the industry is in dilema. But this is not the only reason for the weak market. Still, India is in a very good position considering the global situation. There are times in every industry when the industrialist is puzzled. Extra efforts and vigilance is required at this juncture. Because definitely the future of plywood and panels is linked with the progress of India’s real sector, which is on the path of continuous progress with the encouragement of the government.
What can be the solution?
When we will pay special attention to quality, we can get out of the trouble even after the cost of raw material increases. The most important thing is how efficiently we use the raw material in the manufacturing process, so that the wastage of raw material is prevented. Every industrialist has to develop this mindset. The more the raw material is better utilised, the more the industry will benefit. That’s why it is everyone’s duty to utilize the raw material with such care that not evens a single piece of raw material doesn’t wasted.
How can we over come timber shortage
There is no doubt that the prices of wood are increasing abnormally. It is an established fact that industry has no existence without timber. That’s why the responsibility of the industrialists increases to motivate and push the farmers towards planting saplings. Along with providing good quality saplings for plantation, assurance should have to be provided for economic security. For this, farmers can be assured of a reasonable price, for which we can go into contract farming. With this kind of combined effort only, the scar city of raw timber which is being feared in the near future can be avoided and assured for the future.
ब्रांड को स्थापित करने में समय और धैर्य दोनों चाहिए
ब्रांड प्रोमोसन के लिए क्या कर रहें है?
इंडिया उड जैसी विश्वस्तरीय प्रदर्शनी में शामिल होने का एक अलग ही अनुभव होता है। जिसमें हम बाजार में अपनी उपस्थिति लगातार दर्ज करा सकें। इस बार प्रदर्शनी में पूरब से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक के लोगों ने भाग लिया हैं। यहां मौका होता है अपने ब्रांड को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाने का। इसलिए पहले हमने बेंगलुरु और अब दिल्ली की प्रदर्शनी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर अखिल भारतीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुए हैं।
वितरक को कैसे फायदा
ब्रांड रातोंरात नहीं बनता। पहचान बनाने में वक्त लगता है। इसके लिए लंबे समय तक काम करना होता है और धैर्य भी चाहिए। इसमें मायने रखता है कि आप अपने डीलर के लिए क्या प्रयास करते हैं। जब हम अपने ब्रांड को इस तरह की प्रदर्शनी में प्रोत्साहित करते हैं तो इससे हमारी और संबंधित क्षेत्र के वितरक की अतिरिक्त पहचान बनती है। हम अपने ब्रांड की बाजार में जबरदस्त उपस्थिति दर्ज करा पाते हैं। इससे हमारे वितरक को भी प्रोत्साहन मिलता है, जब ग्राहक हमारे ब्रांड के बारे में पूछताछ करते हैं और हमारे ब्रांड की उत्साह से चर्चा और प्रशंसा होती है। जो हमारे वितरक के लिए बेहद जरूरी है। यह हमारा प्रथम उद्देश्य है, जिसकेे लिए हम कोई कसर और मौका नहीं छोड़ते।
उद्योग परेशान है
इन दिनों हालांकि लकड़ी के दाम बढ़ रहे हैं। जिससे उद्योग परेशानी में है। लेकिन यह कोई अकेली वजह नहीं है बाजार के कमजोर रहने का। विश्वव्यापी परिस्थितियों को देखते हुए फिर भी भारत काफी अच्छी स्थिति में है। प्रत्येक उद्योग में कभी न कभी ऐसे दौर आते हैं जब उद्योगपति अपने आपको किंकर्तव्यविमुढ़ महसूस करता है। इस समय अधिक मेहनत और सर्तकता की आवश्यकता होती है। क्योंकि निश्चित रूप से प्लाइउड और पैनल का भविष्य भारत के रियल सेक्टर की प्रगति से जुड़ा हुआ है, जो सरकार के प्रोत्साहन से निरंतर प्रगति के पथ पर हैै।
क्या हल हो सकता है?
जब हम गुणवत्ता की ओर विशेष ध्यान देंगे तो ही कच्चे माल के दाम बढ़ने के बाद भी हम इस परेशानी से निकल सकते हैं। सबसे जरूरी है कि हम उत्पाद तैयार करने में कच्चे माल का कितनी बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल करते हैं, जिससे कच्चा माल व्यर्थ न जाए। यह सोच हर उद्योगपति को विकसित करनी होगी। जितना ज्यादा कच्चे माल का बेहतर इस्तेमाल होगा, उतना ही उद्योग को फायदा होगा। इसलिए हर किसी का यह धर्म है कि वह कच्चे माल का इस सावधानी से इस्तेमाल करे कि कच्चे माल का एक टुकड़ा भी व्यर्थ न जाए।
लकड़ी की कमी कैसे दूर हो
इसमें दो राय नहीं कि इन दिनों लकड़ी के दाम आसमान्य हो रहे हैं। यह तो एक तयशुदा तथ्य है कि उद्योग का लकड़ी के बगैर कोई वजूद नहीं है। इस लिए उद्योगपतियों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वह किसानों को पौधा रोपण के प्रति प्रेरित करे। पौधा रोपण के लिए अच्छी किस्म के पौधे उपलब्ध कराने के साथ साथ आर्थिक सुरक्षा देने की दिशा में भी काम करना होगा। इसके लिए किसानों को वाजिब दाम का आश्वासन भी दिया जा सकता है जिसके लिए हम कान्ट्रेक्ट फार्मिग में जा सकते है। इस तरह के सम्मिलित प्रयास से निश्चित ही आने वाले समय में कच्ची लकड़ी की जो समस्या महसूस हो रही है, उसे दूर कर भविष्य के लिए आश्वस्त हुआ जा सकेगा।