In an initiative, Municipal Corporation, Yamunanagar-jagadhri (MCYJ) has decided to plant 65,000 saplings of poplar on its 250-acre land. This step will not only increase the income of the MCYJ, but also help to promote environmental protection. Besides, people will not be able to take illegal occupation of the MCYJ’s land. MCYJ started the drive on 15 January planting poplar saplings near Hamida Head of Yamunagar, where about 35 acre land of MCYJ was lying unused.

“We have started the drive of planting poplar saplings. This drive will be useful for us in many ways.  It will increase income of the MCYJ. It will also help save our land from encroachment and to promote, environmental protection,” said Commissioner, MCYJ.

In the first phase, the MCYJ will plant poplar saplings on such land, which is lying vacant due to any reason or which is uneven and is not being used for agriculture purpose. Sources said a big chunk of MCYJ land was being used for agriculture purpose this time by giving it to farmers on lease. However, the MCYJ was planning to promote intercropping system on such land by planting poplar sapling before giving it on lease to farmers.

There is huge demand of poplar wood in plywood industry of Yamunagar district. “Poplar tree matures in about four-five years and its plantation will prove a good source of income for the MCYJ,”


65 हजार पोपलर के पौधे लगाएगा यमुनानगर-जगाधरी निगम


यमुनानगर-जगाधरी निगम ने 15 जनवरी को हमीदा हैड के नजदीक खाली पड़ी करीब 35 एकड़ जमीन में पोपलर के पौधे रोप पौधारोपण की शुरूआत की। नगर निगम का अपनी खाली पड़ी करीब 250 एकड़ जमीन में 65 हजार पौधे रोपित करेगा। पौधे रोपित करने के बाद उनके रखरखाव के लिए कर्मचारियों को भी तैनात किया जाएगा।

नगर निगम आयुक्त ने कहा कि निगम की आय का एक साधन कृषि योग्य जमीन भी है। कृ‌षि योग्य जमीन को निगम ठेके पर देता है। लेकिन कुछ जमीन ऐसी भी है, जो उबड़ खाबड़ है। उसका ठेका नहीं हो पाता है। उस जमीन को जेसीबी से समतल करके उसपर पोपलर के पौधे रोपित किए जाने है। आज हमने हमीदा हैड के नजदीक ममीदी रकबे में निगम की खाली पड़ी जमीन से पोपलर के पौधे लगाए है। इस जमीन का ठेका नहीं हो पाया था। यहां करीब एक हजार पोपलर के पौधे लगाए गए है। बाकी पौधों के लिए वन विभाग को बोला हुआ है।

उन्होने कहा कि  इसके अलावा नगर निगम क्षेत्र में जहां जहां निगम की खाली जमीन पड़ी हुई है। उस जमीन में पोपलर के पौधे लगाए जाएंगे।  चार-पांच साल में पोपलर का पेड़ तैयार हो जाता है। यमुनानगर व जगाधरी में पोपलर के पेड़ों के लिए काफी प्लाईवुड इंडस्ट्री है। यह पोपलर के पेड़ उसमें रॉ मैटारियल के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। इससे निगम की अच्छी आय होगी। हमारा लक्ष्य नगर निगम की जितनी भी खाली जमीन पड़ी हुई है। उसपर पोपलर के पौधे रोपित करना है। पौधे रोपित करने के साथ निगम की जमीन पर जहां कब्जा हो रहा है। उसे भी कब्जा मुक्त कर उसमें पौधे रोपित किए जाएंगे।


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