Over 1,63,000 GST Registrations Cancelled for Return Filling Defaults
- January 17, 2021
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- Authorities have been scaling up use of technology and data analysis in recent months to identify businesses with poor compliance track record.
- Fake invoices are used for violations including tax evasion, money laundering and diversion of funds from companies.
Goods and Services Tax (GST) authorities have cancelled 1,63,000 GST registrations in October and November for defaulting on filing monthly tax returns for more than six months, said a government official.
Besides, 28,000 other taxpayers have been identified for cancellation of registration for defaulting on filing monthly returns for more than six months as on 1 December, the official said.
As part of this, 132 persons have so far been arrested including four chartered accountants (CAs) for dealing in tax credits wrongfully. Officials have also booked 1,430 cases against more than 4,500 fake registered entities across the country, said the official. One of the CAs arrested is linked to setting up of 14 fake firms to deal in invoices without supply of goods.
Fake invoices are used for violations including tax evasion, money laundering and diversion of funds from companies. These are also used for showing non-existent transactions in the book of companies to jack up figures and obtain loans from banks.
Direct and indirect authorities have been scaling up use of technology and data analysis in recent months to identify businesses with poor compliance track record. With the sharp reduction in tax revenues this year, the trend is expected to gain further momentum.
To check the practice of setting up shell firms for fraud, the government has already introduced Aadhaar authentication for taking GST registration. Businesses taking GST registration without Aadhaar authentication will have to undergo physical verification of their premises.
रिटर्न फाइलिंग चूक के लिए 1,63,000 से अधिक जीएसटी पंजीकरण रद्द
- अधिकारियों ने हाल के महीनों में खराब अनुपालन ट्रैक रिकाॅर्ड वाले व्यवसायों की पहचान करने के लिए प्रोद्योगिकी और डेटा विश्लेषण का उपयोग बढ़ाया है।
- कर चोरी, धन शोधन और डायवर्जन सहित उल्लंघन के लिए नकली चालान का उपयोग किया जाता है।
माल और सेवा कर (जीएसटी) अधिकारियों ने अक्टूबर और नंवबर में 1,63,000 जीएसटी पंजीकरण रद्द कर दिए हैं, जो कि छह महीने से अधिक समय तक मासिक कर रिटर्न दाखिल करने में चूक गए थे। इसके अलावा, 28,000 अन्य करदाताओं को पंजीकरण रद्द करने के लिए चिह्नित किया गया है जिन्होंने 1 दिसंबर को छह महीने से अधिक समय तक मासिक रिटर्न दाखिल नहीं किया है।
अब तक 132 व्यक्तियों को गलत तरीके से टैक्स क्रेडिट में लेनदेन करने के लिए गिरफ्तार किया गया जिसमें चार चार्टर्ड एकाउंटेंट भी हैं। अधिकारियों ने देश भर में 4,500 से अधिक फर्जी पंजीकृत संस्थाओं के खिलाफ 1,430 मामले दर्ज किए हैं। गिरफ्तार किए सीए में से एक सामानों की आपूर्ति के बिना बिल बनाने के लिए 14 फर्जी फर्म बनाने से जुड़ा है।
नकली चालान का उपयोग कर चोरी, मनी लाॅन्ड्रिंग और कंपनियों से धन के डायवर्जन इत्यादि उल्लंघन के लिए किया जाता है। इनका उपयोग कंपनियों की पुस्तक में गैर-मौजूद लेनदेन को दिखाने के लिए बैंकों से ऋण प्राप्त करने के लिए भी किया जाता है।
प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्राधिकरण खराब अनुपालन ट्रैक रिकाॅर्ड वाले व्यवसायों की पहचान करने के लिए हाल के महीनों में प्रौद्योगिकी और डेटा विश्लेषण का उपयोग कर रहे हैं। इस साल कर राजस्व में भारी कमी आई है और इस प्रवृत्ति में और तेजी आने की उम्मीद है।
धोखाधड़ी के लिए शेल फर्माें की स्थापना की जांच करने के लिए सरकार ने जीएसटी पंजीकरण लेने के लिए आधार प्रमाणीकरण पहले ही शुरू कर दिया है। आधार प्रमाणीकरण के बिना जीएसटी पंजीकरण लेन वाले व्यवसायों को अपने परिसर के भौतिक सत्यापन से गुजरना होगा।