Spike in Realty Demand Structural, Here to Stay, says Deepak Parekh
- June 1, 2021
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The demand for real estate being seen over the course of the past 12 months is not merely pentup in nature, but is sustainable and here to stay for some time, said Deepak Parekh, Chairman of Housing Development Finance Corporation.
Parekh, who was speaking at Global Proptech Summit, said he has been surprised by the upside in real estate demand since the start of the Covid pandemic.
India’s real estate sector has been seeing a spike in demand for property over the past 12 months led by first-time buyers, people looking for bigger houses and second home buyers, Parekh said.
He believes the work from home culture has diminished proximity to workplace as a factor in real estate purchase and allowed buyers the choice of a wider market for residential purchase.
Parekh said low interest rates, softer real estate prices during the pandemic and the fiscal help from governments for the sector have played their part in propping up demand.
The veteran businessman implored the industry to embrace technology as less than 1.5 per cent of real estate revenues are currently spent on technology. He made a case for faster technology adoption by the real estate companies, which he said would be key to sustainability of the industry.
प्राॅपर्टी में तेजी बरकरार रहेगी
एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने रियल एस्टेट क्षेत्र में प्रौद्योगिकी पर मामूली रकम खर्च होने की ओर इशारा करते हुए कहा कि प्रौद्योगिकी पर अधिक रकम खर्च किए जाने से इस क्षेत्र के प्रशासन में सुधार होगा और जवाबदेही बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि डिजिटल बुनियाद के साथ-साथ प्राॅपर्टी प्रोद्योगिकी (प्राॅपटेक) में निवेश से रियल एस्टेट परियोजनाओं की वास्तविक समय पर निगरानी किए जाने से कुशलता बढ़ेगी।
पारेख ने एक वर्चुअल प्राॅपटेक सम्मेमलन को संबोधित करते हुए कहा कि आवास क्षेत्र की मांग में आई हालिया तेजी ढांचागत प्रकृति की थी और वह फिलहाल बरकरार रहेगी। ब्याज दरों में नरमीः प्राॅपर्टी की कीमतों में स्थिरता और आवास ऋण पर राजकोषीय लाभ के बरकरार रहने के कारण पिछले कुछ महीनों के दौरान आवास ऋण में वृद्धि को सहारा मिला है।
मांग में तेजी को पहली बार के मकान खरीदारों और दूसरी बार बड़े मकान खरीदने वालों अथवा किसी दूसरी जगह पर स्थानांतरित होने वालों से रफ्तार मिली है। इन दोनों प्रकार के ग्राहकों से मांग में वृद्धि हुई है। पारेख ने कहा कि मौजूदा वैश्विक महामारी के दौर में लोगों को घर से काम करने का विकल्प दिया गया है। ऐसे में कार्य स्थल के समीप मकान खरीदने का आकर्षण अब कम होने लगा है और इससे लोग दूर-दराज के जगहों पर भी खुद का मकान खरीदने को प्राथमिकता देने लगे हैं।
पारेख ने यह भी कहा कि निर्माण उद्योग दुनिया में सबसे कम डिजिटल प्रौद्योगिकी को अपनाने वाला एक क्षेत्र है। एक आकलन के अनुसार, रियल एस्टे क्षेत्र अपने राजस्व का 1.5 फीसदी से भी कम हिस्सा प्रौद्योगिकी पर खर्च करता है।