Tax cuts will boost investments
- October 24, 2019
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Tax cuts will boost investments, spur demand
MNCs may relocate new factories to India as tax cut to 15% for new factories
India Inc leaders said the government’s decision to cut corporation taxes would increase investments, spur demand, and encourage multi-national corporations to shift their units to India. New manufacturing units will attract tax rates of only 15 per cent.
“This is a big respite and would give the required stimulus to the economy. The reduction of the tax rate will also enable companies optimise their cash flows, leading to increased investments. This is a great step towards the $5-trillion economy,” said Tata group Chairman N Chandrasekaran.
Chairman of Aditya Birla Group Kumar Mangalam Birla said these steps would boost the economy, leading to a big reset and revive animal spirits.
“The reduction in corporation tax rates will not only lead to economic buoyancy but will also make Indian industry more competitive globally. Beyond the immediate benefit of an investment incentive for the manufacturing sector, these steps will also lead to a paradigm shift in the mindset. These measures only reaffirm the government’s willingness to move beyond ‘incrementalism’ and act with conviction to pursue economic reforms,” said Birla.
Chief executives of corporate entities said the government should have reduced the personal tax as well because this would lead to surge in demand from consumers.
“This is an excellent move to bring back confidence and will boost investment by corporate entities. A real game changer. The government should revisit the personal taxation as well,” said TVS Motor Chairman Venu Srinivasan.
“Amidst these challenging times, the reduction in the corporation tax and the minimum alternate tax (MAT) will infuse confidence in the economy. It also addresses the core challenge of liquidity, reinstating India as an attractive investment destination,” Adani Group Chairman Gautam Adani said.
Corporate leaders said the tax cuts had come at the right time, just before festive season. This would also help in creating jobs.
“The tax cuts will boost consumption sentiment before a three-month-long festive season that starts next month,” HDFC’s Chief Executive Officer and Managing Director Keki Mistry said. “It will also help boost growth over the next two-three quarters.” R C Bhargava, chairman of India’s largest car maker Maruti Suzuki, said the reduced tax rate will help companies give incentive to customers at a time when demand for automobiles was going through an unprecedented decline. “While the cuts won’t increase demand from customers, it’s possible to look at pricing policies,” he said.
The announcements will also encourage multinationals to shift their plants to India as the government announced they would be taxes at a lower rate of 15 per cent for those that will go for incorporation from October.
कर घटने से बढ़ेगा निवेषः उद्योग
भारत सरकार द्वारा काॅर्पोरेट कर कम किए जाने पर भारत के उद्योग जगत के दिग्गजों का कहना है कि इससे निवेश बढ़ेगा, मांग तेज होगी और बहुराष्ट्रीय कंपनियों (एमएनसी) को भारत में अपनी इकाइयां लगाने को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि नए विनिर्माण संयंत्रों पर महज 15 प्रतिशत कर लगेगा।
टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, ‘यह बड़ी राहत है, जो अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए जरूरी थी। न्यूनतम वैकल्पिक कर (एमएटी) कम किए जाने से भी कंपनियों को अपना नकदी प्रवाह बढ़ाने में मदद मिलेगी और इससे निवेश बढ़ेगा। यह 5 लाख करोड़ डाॅलर की अर्थव्यवस्था की ओर बड़ा कदम है।’
कंपनियों के सीईओ ने कहा कि सरकार को इसी तरह से व्यक्तिगत कर में भी कमी करनी चाहिए, इससे ग्राहकों की ओर से मांग बढ़ेगी। ‘भरोसा वापस लाने के लिए यह बेहतरीन कदम है और इससे कंपनियों की ओर से निवेश बढ़ेगा। वास्तविक बदलाव करने वाला यह होगा कि सरकार व्यक्तिगत कर पर भी फिर से विचार करे।’
वहीं सरकार ने 1 अक्टूबर के बाद से पंजीकृत होने वाली नई विनिर्माण फर्माें पर काॅर्पोरेट कर की दर 25 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत कर दी है, इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा मिलेगा। इन कंपनियों पर अधिभार सहित प्रभावी कर दर अब 17 प्रतिशत होगी। यह लाभ कंपनियों के उत्पादन शुरू करने की तिथि या 31 मार्च 2023 के पहले तक प्रभावी होगी। इसके साथ ही अब भारत में काॅर्पोरेट कर की दरें दक्षिण एशिया के अन्य देशों में कर के करीब हो गई हैं।
कंपनियों के सीईओ की राय है कि कर दरों में कटौती त्योहारी सीजन के पहले सही समय पर की गई है और इससे नौकरियों का सृजन होगा। हाउसिंग फाइनैंस कंपनी एचडीएफसी के सीईओ और एमडी केकी मिस्त्री ने कहा, ‘तीन महीने लंबे त्योहारी सीजन के पहले कर में कटौती से खपत की धारणा को बढ़ावा मिलेगा, जो अगले महीने से शुरू हो रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘इससे अगले 2-3 तिमाही तक वृद्धि को गति देने में भी मदद मिलेगी और इस कदम से काॅर्पोरेट का मुनाफा बढ़ेगा।
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारूति सुजूकी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा कि कर की दर कम होने से कंपनियों को ऐसे समय में ग्राहकों को प्रोत्साहन देने में मदद मिलेगी, जब आॅटोमोबाइल की मांग में अप्रत्याशित गिरावट आई है। उन्होंने कहा, ‘इस कटौती से ग्राहकों की ओर से मांग नहीं बढ़ेगी, लेकिन इससे मूल्य की नीति पर विचार संभव है।’
अन्य देशों में काॅर्पोरेट कर
भारत 25.2
जापान 30.6
दक्षिण कोरिया 25
चीन 25
इंडोनेशिया 25
मलेशिया 24
वियतनाम 20
थाईलैंड 20
सिंगापुर 17
हाॅन्गकाॅन्ग 16.5
कर की दर के आंकड़े प्रतिशत में
घोषणा से बहुतराष्ट्रीय कंपनियों को अपने संयंत्र भारत में स्थानांतरित करने को भी बढ़ावा मिलेगा क्योंकि सरकार ने घोषणा की है कि वह उन कंपनियों पर कर की दर 15 प्रतिशत करेगी, जो अपनी कंपनी का पंजीकरण अक्टूबर या उसके बाद कराएंगे।