Vikramjeet Singh – Ujagar Singh & Co. Karnal
- January 11, 2023
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There is extra supply in the market due to mushrooming factories
How is the market?
The market is slow, there is no money, and market demand is also poor. Moreover Goods are coming from Nepal Bihar. Along with this, factories are mushrooming everywhere. It has affected Yamuna Nagar and North India. Although there is not much problem from the dealer’s point of view. Because the dealer has to sell the goods. It is true that now there is cash crunch in the market. Its effect is visible in our working. It is expected that the situation will improve in the coming times.
Where is the problem?
The real problem is probably that coat of timber is increasing here. Due to lack of demand for plywood, the final prices are not increasing. This may be the root cause of the problem. The rest of India is getting the benefit of this. They are continuously capturing the market. Customer behavior is also changing. There is only 15 percent demand for high quality goods. Although there is not much problem in quality now. The only demand from the customer is that the goods should be cheaper with reasonable quality. If there is no complaint from the customer, then it is good for us.
How do you see the door market?
Definitely there is a demand for the door. But due to shortage of timber desirable quantity is not produced. Same is the situation for block board. The demand for doors is continuously increasing. People will use the door, wherever houses are being built. Therefore, it can be assumed that the demand for doors will be good in the coming times.
What is your opinion towards the problem of timber?
At present there is shortage of thick wood. Situation is worsened with the increased production of MDF. Thinner timber is also used there. Hence the shortage of good quality timber is increasing rapidly. This is the biggest problem. Whose solution should be worked sincerely. Because unless there is ample wood, how can quality goods be made? Therefore, more efforts should be made in this direction.
How much has the sale of MDF increased?
This is not more than five percent in the panel market. Although the competition has increased a lot in that too. Thin goods are being sold at the right prices. But there is a huge difference in the rates of branded and non-branded goods in thicker MDF. In the coming days, when more new plants will come up and the production capacity of the old units will increase, we will see additional competition in the market in this area also.
ज्यादा फैक्ट्री होने से बाजार में सप्लाई ज्यादा है
बाजार कैसा है?
बाजार ढीला है, पैसा भी नहीं है, ऑर्डर भी कम है। नेपाल बिहार से माल अलग आ रहा है। इसके साथ ही जगह जगह फैक्ट्री लग गई। इसका असर यमुनानगर और उत्तर भारत पर पड़ा है। हालांकि डीलर के लिहाज से ज्यादा दिक्कत नहीं है। क्योंकि डीलर को तो माल बेचना है। यह सही है कि अब बाजार में नकदी कम है। इसका असर काम पर नजर आ रहा है। आने वाले समय में उम्मीद है कि हालात में सुधार होगा।
समस्या कहां है?
असली दिक्कत शायद यह है कि यहां लकड़ी महंगी हो रही हैं। प्लाईवुड की डिमांड न होने की वजह से दाम बढ़ नहीं रहे हैं। इस वजह से समस्या आ रही है। इसका फायदा शेष भारत को मिल रहा है। वह लगातार यहां के बाजार पर कब्जा कर रहे हैं। कस्टमर का व्यवहार भी बदल रहा है। मात्र 15 प्रतिशत ही उच्च गुणवत्ता वाले माल की डिमांड है। क्वालिटी में अब ज्यादा दिक्कत नहीं आ रही है। बस मांग यह है कि माल सस्ता हो, बढ़िया भी हो। अगर ग्राहक से शिकायत नहीं आ रही तो हमारे लिए बढ़ीया है।
दरवाजे के बाजार को किस तरह से देखते हैं
निश्चित ही दरवाजे की डिमांड है। लेकिन लकड़ी की कमी होने की वजह से अधिक माल तैयार नहीं हो पा रहा है। यही स्थिति बोर्ड में हैं। दरवाजे की मांग लगातार बढ़ रही है। क्योंकि जो भी घर बन रहे हैं वहां लोग दरवाजे का इस्तेमाल करेंगे ही। इसलिए यह माना जा सकता है कि आने वाले समय में दरवाजे की डिमांड अच्छी होगी।
लकड़ी की समस्या को किस तरह से देखते हैं
इस वक्त मोटी लकड़ी का अभाव है। रही सही कसर एमडीएफ ने पूरी कर दी। वहां पतली डंडी का भी इस्तेमाल हो जाता है। इसलिए अच्छी गुणवत्ता की लकड़ी की कमी तेजी से बढ़ रही है। यह सबसे बड़ी समस्या है। जिसके समाधान की दिशा में काम करना चाहिए। क्योंकि जब तक अच्छी लकड़ी नहीं होगी, तब तक अच्छा माल कैसे तैयार किया जा सकता है। इसलिए इस दिशा में ज्यादा काम किया जाना चाहिए।
MDF की बिक्री कितनी बढ़ी है?
पेनल मार्केट में पांच प्रतिशत से अधिक नहीं हैं। हालांकि उसमें भी कम्पीटिसन काफी बढ़ गया है। पतला माल तो सही दामों पर बिक रहा है। लेकिन मोटे माल में ब्रांडेड और नोन ब्रांडेड के रेटों में काफी अंतर देखा जा रहा है। आने वालें दिनों में जब नये प्लांट और भी आएगें और पुराने यूनिटों की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी तो इस क्षेत्र में भी बाजार में अतिरिक्त प्रतियोगिता हमें दिखाई पड़ेगी।