लॉकचेन तकनीक धीरे-धीरे पूरी दुनिया में रियल एस्टेट को बदल रही है। क्योंकि इससे प्रॉपर्टी के लेन-देन में पारदर्शिता, सुरक्षा और दक्षता आती है। हालांकि यह अभी भी अपने शुरुआती चरण में है। इसके बावजूद, भूमि रिकॉर्ड प्रबंधन और प्रॉपर्टी फाइनेंसिंग में इसका उपयोग तेज़ी से बढ़ रहा है, जो धोखाधड़ी को कम करने और प्रक्रियाओं को कारगर बना रहा है।

ब्लॉकचेन क्या है? रियल एस्टेट में यह कैसे काम करती है?

ब्लॉकचेन एक डिजिटल लेज़र है जो कई कंप्यूटरों में लेन-देन रिकॉर्ड रखता है। रियल एस्टेट में, यह प्रॉपर्टी लेन-देन, सौदे और मालिकाना हक के विवरण को सुरक्षित, पारदर्शी तरीके से सहेज कर रखता है। जिसमे छेड़छाड़ की संभावना नहीं रहती। ब्लॉकचेन की वितरित प्रकृति यह सुनिश्चित करती है कि एक बार जानकारी दर्ज हो जाने के बाद, इसे आम सहमति के बिना बदला नहीं जा सकता।

ब्लॉकचेन से रियल एस्टेट लेन-देन में पारदर्शिता

मालिकाना हक में हर बदलाव या अपडेटको इसमें रिकॉर्ड किया जाता है। जिस जिस से भी वह प्रॉपर्टी संबंधित है, सभी को वह दिखाई देते हैं। हर लेन-देन का सामयिक रिकॉर्ड रहता है। जिससे यह सुनिश्चित होता है कि सभी रिकॉर्ड सटीक हैं और उनमें हेरफेर नहीं किया जा सकता है।

ब्लॉकचेन में सुरक्षा

ब्लॉकचेन अपनी विकेंद्रीकृत और किसी भी तरह से बाहरी हस्तक्षेप से सुरक्षित होने की वजह से सुरक्षा सुनिश्चित करती है। हर लेन-देन एन्क्रिप्टेड होता है और पिछले लेन-देन से जुड़ा होता है, जिससे ब्लॉक की एक श्रृंखला बनती है। इससे हैकर्स के लिए पूरे नेटवर्क का पता लगाए बिना किसी भी डेटा को बदलना लगभग असंभव हो जाता है। इसके अतिरिक्त, ब्लॉकचेन डेटा तक पहुँचने के लिए निजी कुंजियों का उपयोग सुरक्षा की एक और परत जोड़ता है, यह सुनिश्चित करता है कि केवल अधिकृत पक्ष ही रिकॉर्ड तक पहुँच सकते हैं या उन्हें अपडेट कर सकते हैं। 

भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र में ब्लॉकचेन

भारत में, रियल एस्टेट में ब्लॉकचेन को अपनाना अभी भी अपने शुरुआती चरण में है, लेकिन यह गति पकड़ रहा है। भारत सरकार ने विवादों को कम करने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए भूमि रिकॉर्ड प्रबंधन के लिए ब्लॉकचेन का उपयोग करने में रुचि दिखाई है।

हालांकि, कई क्षेत्रों में स्पष्ट नियमों की कमी और डिजिटलीकरण की धीमी गति चुनौतियां हैं। ब्लॉकचेन में पारदर्शिता, सुरक्षा और दक्षता बढ़ाकर रियल एस्टेट उद्योग में क्रांति लाने की क्षमता है।

हालांकि, व्यापक रूप से अपनाने के लिए नियामक, तकनीकी और सांस्कृतिक चुनौतियों पर काबू पाना होगा। जैसे-जैसे प्रौद्योगिकी परिपक्व होती जाएगी, और इन बाधाओं को दूर किया जाएगा, ब्लॉकचेन से देश भर में रियल एस्टेट की खरीद, बिक्री और प्रबंधन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।