Gurpreet Kataria
- अक्टूबर 2, 2021
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Sole Objective is to work for the Development and Welfare of Punjab Plywood Industries
“At present the Punjab plywood industry is passing through a transition period. Different challenges are being faced due to changing scenarios by the plywood industry including Covid. Now, we all have to face these challenges collectively,” says Gurpreet Kataria, President, (New) Punjab Plywood Manufacturers Association. He said that every effort will be towards the welfare of the industry. He said that the association took these decisions in the recent meeting :
1. Association will try to stop the operation of the illegal unit.
It has been observed that illegal units are operating in Punjab since a long time. There is already a shortage of timber in the state. If the illegal units are allowed to run without any restriction there will be further shortage of timber. This will create a crisis for all the existing plywood units. Therefore, the association has resolved that the operation of the illegal units should not be allowed under any circumstances.
2. Grant of any new license or extension of production capacity will be opposed
Because if a new unit is set up, it will need additional timber. The only possible solution is to avoid the scarcity is not to allow new units to be licensed until the production of timber increases. This will benefit every existing manufacturer.
3. Every factory will issue e-way bill for every consignment, even if the amount is less than 50000
Some unit operators are creating trouble for the entire plywood industry by evading taxes. If the e-bill of every transaction is generated, the problem of tax evasion can be reduced automatically.
4. Strength of the association will be increased to enforce the prices by showing unity
Presently the production cost of plywood is higher. But due to lack of unity in the industry, everyone is not able to increase the rate. If one unit increases the rate but the other does not, it creates an imbalance. Rates can be enforced only when the entire industry stick to the revised rates. A strong association is needed for this who can pressurize everyone to sell the goods at decided rates. Therefore, the association will be made stronger so that whatever decision is taken, it is implemented also.
The Vice President of the Association, Wazir Sood, said that the association’s office is in Amritsar and Ludhiana, Every effort will be made to keep in touch with all the industrialists and members of the association at all times. He said that we will surely achieve the goals of the association for which it has been formed.
‘‘इस वक्त पंजाब प्लाइवुड उद्योग संक्रमण काल से गुजर रहा है। न सिर्फ बदलते वक्त से लगातार चुनौतियां मिल रही है, बल्कि कोविड की वजह से भी प्लाईवुड उद्योग खासा परेशान रहा है। अब वक्त आ गया है, हम सभी को मिल कर इन चुनौतियों से निपटना है।’’ यह कहना है (नई) पंजाब प्लाईवुड मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के प्रधान गुरप्रीत कटारिया का। उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश है कि इंडस्ट्री के कल्याण के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं। उन्होंने बताया कि हाल की मीटींग में एसोसिएशन ने यह निर्णय लिएः
1. अवैध यूनिट के संचालन को रोकने की हर संभव कोशिश होगी
देखने में आया है कि लंबे समय से पंजाब में कई अवैध यूनिटें चल रहीं हैं। पहले ही प्रदेश में लकड़ी की कमी है। इस तरह से यदि अवैध यूनिट चलती रही, तो लकड़ी और ज्यादा कम हो जाएगी। इससे सभी प्लाइवुड यूनिटों के लिए संकट पैदा हो जाएगा। इसलिए उनकी एसोसिएशन ने संकल्प लिया है कि अवैध यूनिट का संचालन किसी भी हालत में नहीं होने देना है।
2. किसी भी नए लाइसेंस या क्षमता बढ़ाने की इजाजत देने का विरोध किया जाएगा
यदि नयी यूनिट लगती है तो उसे कच्चे माल के तौर पर अतिरिक्त लकड़ी चाहिए। इससे बचने का एक ही तरीका है कि नए यूनिट का लाइसेंस तब तक न देने दिया जाए जब तक कि लकड़ी का उत्पादन न बढ़ जाए। इससे वर्तमान यूनिट संचालकों को लाभ होगा।
3. सभी फैक्ट्रियां प्रत्येक बिक्री के लिए ई-वे बिल जारी करेंगी, भले ही राशि 50000 से कम हो
कुछ यूनिट संचालक टैक्स चोरी कर पूरे प्लाईवुड उद्योग के लिए परेशानी पैदा कर रहे हैं। यदि हर माल का ई बिल कटेगा तो टैक्स चोरी की समस्या अपने आप कम हो सकती है।
4. एसोसिएशन को मजबूत बनाकर सामुहिक रूप से एकता दिखाकर कीमतों में वृद्धि की कोशिश की जाएगी
इस वक्त प्लाइवुड की उत्पादन लागत बढ़ रही है। लेकिन इंडस्ट्री में एकता न होने की वजह से हर कोई रेट नहीं बढ़ा पा रहा। एक यूनिट संचालक ने रेट बढ़ाए और दूसरा रेट नहीं बढ़ाए, इससे अंसतुलन पैदा होता है। रेट तभी बढ़ सकते हैं, जब पूरी इंडस्ट्री एक साथ रेट बढ़ाए। इसके लिए मजबूत एसोसिएशन की आवश्यकता है, जो सभी को बढ़े रेट पर ही माल बेचने के लिए दबाव बना सके। इसलिए एसोसिएशन को इतना मजबूत किया जाएगा, कि जो भी निर्णय लिया जाए, वह लागू भी हो।
एसोसिएशन के वाइस प्रेजिडेंट वजीर सूद ने बताया कि एसोसिएशन का कार्यालय अमृतसर व लुधियाना में है। कोशिश यह है कि एसोसिएशन में सभी उद्योगपतियों व सदस्यों का हर वक्त आपस में संपर्क बना रहे। उन्होंने बताया कि हमने जिन लक्ष्यों को सामने रख कर एसोसिएशन का गठन किया है, निश्चित ही इस पर खरा भी उतरेंगे।