HDFC clocks record Rs 2 trillion home loans in FY22
- मार्च 24, 2022
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India’s largest mortgage financier, HDFC Ltd, has approved retail home loans to the tune of Rs 2 trillion in FY22 so far, signifying the huge demand for home loans in an otherwise subdued credit market. This is the highest ever home loan approval by the mortgage financier in a financial year.
Apart from low interest rates, stable property prices and sops by the Central government as well as various state governments have aided the demand. Notably, the demand is being driven by first-time homeowners as well as by those who are looking to move up the property ladder.
Geographically, the demand is from both metros and non-metros. And, if one were to look at the segments, the demand is being driven by affordable housing as well as high-end markets.
The sweet spot for housing is still in the price range of Rs. 50 lakh-1 crore, the lender said in s statement.
“In over four and half decades, Never seen a better time for the housing sector than now due to lower interest rates, stable property prices, government’s thrust on affordable housing, improved affordability, favourable demographics, increasing urbanisation, and rising aspirations,” according to HDFC Ltd.
“The government’s thrust on housing is a recognition that a rapidly growing country like India with a large young population needs more houses at affordable price points which would enable more households to become homeowners,”
एचडीएफसी ने मंजूर किया 2 लाख करोड़ रुपये का आवास ऋण
एचडीएफसी लिमिटेड वित्त वर्ष 22 में अब तक दो लाख करोड़ रुपये का खुदरा आवास ऋण मंजूर कर चुकी है, जो कमजोर ऋण बाजार में आवास ऋण की भारी मांग को दर्शाता है। यह इस ऋणदाता द्वारा किसी वित्त वर्ष में मंजूर किया गया अब तक का सबसे ज्यादा आवास ऋण है। वित्त वर्ष 21 में 1.55 लाख करोड़ रुपये का आवास ऋण मंजूर किया गया था।
कम ब्याज दरों के अलावा प्रॉपर्टी की स्थिर कीमतों और केंद्र सरकार के साथ-साथ विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा प्रदान की गई विशेष रियायतों ने आवास ऋण की मांग को सहायता प्रदान की है। आवास ऋण की यह मांग खास तौर पर पहली बार खरीदने वालों के साथ-साथ उन लोगों द्वारा प्रेरित है, जो प्रॉपर्टी को और बढ़ाना चाहते हैं। भौगोलिक रूप से देखें, तो आवास ऋण की यह मांग महानगरों और गैर-महानगरों दोनों ही क्षेत्रों से आ रही है। और अगर किसी को खंडों के लिहाज से देखना हो, तो मांग किफायती आवास के साथ-साथ महंगे बाजारों से संचालित की जा रही है। ऋणदाता ने एक बयान में कहा है कि आवास के लिए अब भी 50 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये का कीमत दायरा मुफीद है।
एचडीएफसी लिमिटेड के अनुसार साढ़े चार से अधिक के दशक में उन्होंने कम ब्याज दरों, प्रॉपर्टी की स्थिर कीमतों, किफायती आवास पर सरकार के जोर, बेहतर सामथ्र्य, अनुकूल जनसांख्यिकी, बढ़ते शहरीकरण और बढ़ती आकांक्षाओं के कारण आवास क्षेत्र के लिए अब से बेहतर वक्त नहीं देखा है। आवास पर सरकार का जोर इस बात की तस्दीक करता है कि बड़ी युवा आबादी वाले भारत जैसे तेजी से बढ़ते देश को किफायती दामों पर ज्यादा घरों की जरूरत है, जो और अधिक परिवारों को घर के मालिक बनने में सक्षम करेगा।