Faced with a sharp rise in the input costs of Plywood, Tiles, steel, cement and so on, realtors have started increasing property prices.

Steel prices have shot up by 25 per cent in the last one month and cement prices along with plywood, tiles and other materials  have gone up by 15 per cent in the last 40 to 45 days, developers said.

If input prices do not settle after a month, the companies would need to increase prices by two to four per cent every quarter.

The rise in input costs has also led many companies to defer the buying of materials for a month in the hope that the Russia-Ukraine war would end and supplies constraints would be over.

“They hope incremental costs will come down to the levels of last year,” input prices have gone up 10 to 15 per cent in the last one year and are expected to go up by another 7 to 10 per cent.

It is too early to predict a drop in demand for residential housing due to the rise in prices. “There was a good jump in demand in the last six to eight months. On the other hand, supply has come down as the numbers of players have come down.

“Developers cannot charge escalation for sales already done. The Real Estate (Regulation and Development) Act RERA does not permit that. Only new sales prices can be increased.


रियल एस्टेट की नई परियोजनाओं की कीमत में इजाफा

इस्पात, सीमेंट प्लाइवुड, टाईल्स आदि की इनपुट लागत में तेज वृद्धि से जूझने वाली रियल एस्टेट कंपनियों ने प्रॉपर्टी की कीमतों में इजाफा करना शुरू कर दिया है।

डेवलपरों का कहना है कि पिछले एक महीने में इस्पात के दामों में 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो चुकी है और पिछले 40 से 45 दिनों में सीमेंट के अलावा लाइवुड, टाईल्स आदि की कीमतों में 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो चुकी है।

अगर इनपुट की कीमतें एक महीने बाद तक नरम नहीं होती, तो कंपनीयों को हर तिमाही में दामों में दो से चार प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करनी होगी।

इनपुट लागत में वृद्धि की वजह से  कई कंपनियों ने इस उम्मीद से एक महीने के लिए सामग्री खरीद टाल दी है कि रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म हो जाएगा और आपूर्ति बाधा समाप्त हो जाएगी।

उन्हें उम्मीद है कि वृद्धिशील लागत कम होकर पिछले साल के स्तर तक पर आ जाएगी।’  पिछले एक साल में इनपुट की कीमतों में 10 से 15 प्रतिशत का इजाफा हो चुका है तथा सात से 10 प्रतिशत और इजाफा होने के आसार हैं।

कीमतों में वृद्धि के कारण आवासीय घरो की मांग में गिरावट का पूर्वानुमान लगाना जल्दबाजी होगा। पिछले छह से आठ महीने में मांग में अच्छी उछाल आई है। दूसरी तरफ आपूर्ति कम हो गई है, क्योंकि कई भागीदारों की संख्या कम हो गई है।

डेवलपर पहले ही की जा चुकी बिक्री के लिए ज्यादा शुल्क नहीं ले सकते।  रियल एस्टेट (विनियमन और विकास) अधिनियम RERA इसकी अनुमति नहीं देता है। केवल नए बिक्री मूल्य बढ़ाए जा सकते हैं।


Harpa black lineKumar Engineering Co.