A third wave of corona virus infections is likely to hit India by October, and although it will be better controlled than the latest outbreak the pandemic will remain a public health threat for at least another year, according to a reuters poll of medical experts.

The June 3-17 snap survey of 40 health care specialists, doctors, scientists, virologists, epidemiologists, and professors from around the world showed a significant pickup in vaccinations will likely provide some cover to a fresh outbreak.

But over 70 per cent of experts, or 24 of 34, said any new outbreak would be better controlled compared with the current one, which has been far more devastating- with shortage of vaccines, medicines oxygen and hospital beds-than the smaller first surgeon infections last year. “it will be more controlled, as cases will be more controlled, as cases will be much less because more vaccinations would have been rolled out and there would be some degree of natural immunity from the second-wave,”

So far India has only fully vaccinated about 5 per cent of its estimated 950 million eligible population leaving many millions vulnerable to infections and deaths.

While a majority of healthcare experts predicted the vaccination drive would pick up significantly this year, they cautioned against an early removal of restrictions, as some states have done.

When asked if children and those under 18 years would be most at risk in a potential third wave, nearly two-thirds of experts, or 26 of 40, said yes.

“The reason being they are a completely virgin population in terms of vaccination because currently there is no vaccine available for them,”

Experts warn the situation could become severe. “If children get infected in large numbers and we are not prepared, there is nothing you can do at the last minute, “It will be a whole different problem as the country has very, very few paediatric intensive care unit beds, and that is going to be a disaster.”

“Covid is a solvable problem, as obviously it was easy to get a solvable vaccine. In two years, India likely will develop herd immunity through vaccine and exposure of the disease,”


तीसरी लहर के लिए भारत अक्टूबर तक तैयार रहेः विशेषज्ञ


कोरोनावायरस के संक्रमण की तीसरी लहर भारत में अक्टूबर तक आने की आशंका है। हालांकि इसे हालिया संक्रमण के मुकाबले ज्यादा अच्छे ढंग से नियंत्रित कर लिया जाएगा, लेकिन यह वैश्विक महामारी कम से कम एक और साल तक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा बनी रहेगी। राॅयटर्स द्वारा किए गए चिकित्सा विशेषज्ञों के एक सर्वेक्षण में यह जानकारी सामने आई है।

दुनिया भर के 40 स्वास्थ्य विशेषज्ञों, चिकित्सकों, वैज्ञानिकों, विषाणु विज्ञानियों, महामारी विज्ञानियों और प्रोफेसरों के 3 से 17 जून तक वाले एक सर्वे से पता चला है कि टीकाकराण में खासी तेजी से नए प्रकोप के प्रति कुछ सुरक्षा मिलेगी।

अब तक भारत ने अपनी अनुमानित 95 करोड़ पात्र जनसंख्या में से करीब पांच प्रतिशत का ही पूरी तरह से टीकाकरण किया है और लाखों-करोड़ों लोगों को संक्रमण और मौतों का खतरा है। हालांकि अधिकांश स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की है कि इस साल टीकाकरण अभियान में खासी तेजी आएगी, लेकिन उन्होंने प्रतिबंधों को जल्द हटाने के प्रति सावधान किया है, जैसा कि कुछ राज्य कर चुके हैं।

यह पूछे जाने पर कि संभावित तीसरी लहर में क्या बच्चों और 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों को सबसे ज्यादा खतरा होगा, तकरीबन दो-तिहाई विशेषज्ञों या 40 में से 26 ने हां में जवाब दिया।

इसकी वजह यह है कि टीकाकरण के लिहाज से वह पूरी तरह अछूती जनसंख्या है, क्योंकि वर्तमान में उनके लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है’।

विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि स्थिति गंभीर हो सकती है। अगर बच्चे बड़ी संख्या में संक्रमित हो जाएं और हम तैयार न हों, तो अंतिम क्षण में आप कुछ भी नहीं कर सकते। यह एक पूरी तरह से अलग समस्या होगी, क्योंकि देश में बहुत, बहुत ही कम बाल चिकित्सा गहन देखभाल इकाई वाले बिस्तर हैं और यह एक आपदा होने वाली है।


 


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