We can take the unorganized plywood and panel industry to a different level with unity - Yogesh Bang

डीलर्स एसोसिएशन की क्या भूमिका है?

हम सभी एकजुट रहते हैं तो किसी के साथ गलत नहीं हो सकता। हम जिस उद्योग में हैं, वह गैर संगठित उद्योग है। ऐसे में यदि व्यापारी एकजुट हो जाए चाहे वह उत्पादक हों या वितरक तो व्यापार को एक अलग मुकाम पर ले जाना आसान हो सकता है। व्यापार भी अब तेजी से बदल रहा है। काम करने के तरीके से लेकर बाजार, बिक्री के तरीके सब कुछ बदल रहे हैं। व्यापारियों के साथ, निर्माता के साथ ग्राहक के साथ किसी भी स्तर पर गलत न हो, इसके लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं। कैसे एक दूसरे का साथ देकर आगे बढ़ा जा सकता है। इस पर विचार किया जाना है, क्योंकि वर्तमान परिस्थितियों में हर किसी को काम करना थोड़ा मुश्किल हो गया है।

किस तरह की दिक्कत आप महसूस करते हैं

कोविड के बाद जो बाजार की स्थिति है, इस पर विचार करने की आवश्यकता है। ब्रिकी को लेकर, बिल को लेकर जो समस्या आती है, इसे लेकर तार्किक ढंग से बात होनी चाहिए। कोशिश यह भी है कि निर्माता, डीलर और जो भी लोग लकड़ी उद्योग से जुड़े हैं, उन्हें एक मंच प्रदान किया जाए।

प्लाईवुड के रेट को लेकर अब क्या स्थिति है

प्लाईवुड में तेजी देखने को मिल सकती है। लेमिनेट, पीवीसी और एमडीएफ में रेट बढ़ने की उम्मीद कम है। प्लाईवुड में लकड़ी की दिक्कत निकट भविष्य में बढ़ने वाली है। BIS लागू होने के बाद अगर प्लाईवुड की गुणवत्ता बढ़ाई जाती है, तब उत्पादन लागत बढ़ जाएगी। प्लाईवुड की 100 रुपए की रेंज के खरीदारों की संख्या बहुत ज्यादा है। फिर भी उम्मीद है कि प्लाईवुड के रेट बढ़ाने पर निर्माता एक राय कायम कर सकते हैं।

मध्यमवर्ग की अंसुलित आय का प्लाईवुड व्यवसाय पर क्या असर पड़ रहा है?

निश्चित ही, मध्यमवर्ग की आय प्लाईवुड और पेनल की मांग में खासी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह वर्ग आर्थिक अनिश्चितता के दौर में है। खर्च करने की परिस्थितियां बदल रही है। हालांकि इसमें दो राय नहीं कि आम आदमी की खर्च करने की क्षमता बढ़ रही है। कहना गलत नहीं होगा कि अर्थशास्त्र के फार्मूले भी मौजूदा परिस्थियों में ज्यादा कारगर साबित नहीं हो रहे हैं। फिर भी एक उम्मीद है, जो बनी रहती है। वह है, निश्चित ही आने वाला समय बेहतर और अच्छा होगा।


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